दुनियां – ट्रंप ने अपने समधी को बनाया मिडिल ईस्ट का एडवाइजर, लेबनान और हिजबुल्लाह से है कनेक्शन! – #INA
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लेबनानी मूल के मसाद बौलोस को अरब और मिडिल ईस्ट मामलों के लिए व्हाइट हाउस का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया है. ट्रंप ने बौलोस की नियुक्ति की जानकारी देते हुए चुनावी अभियान के दौरान अरब-अमेरिकी समूह तक उनकी पहुंच का जिक्र किया है.
खास बात ये है कि बौलोस एक बिजनेसमैन के साथ-साथ ट्रंप के समधी भी हैं. नवंबर 2022 में बौलोस के बेटे माइकल के साथ, ट्रंप की बेटी टिफनी की शादी हुई थी.
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल की है और तब से अब तक लगातार वह अपनी टीम के सदस्यों का चुनाव करने में व्यस्त हैं. ट्रंप की टीम में शामिल चेहरों से उनकी सरकार की रणनीति और विदेश नीति क्या होगी इसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
मिडिल ईस्ट को लेकर ऐसी है ‘टीम ट्रंप’
बौलोस से पहले उन्होंने इजराइल समर्थक मार्को रूबियो को विदेश मंत्री के तौर पर चुना है. इसके अलावा माइक हकबी जो इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में यहूदी बस्तियों के बसाने के पक्षधर रहे हैं, उन्हें इजराइल में अपना राजदूत नियुक्त किया है. साथ ही ट्रंप ने अपने कारोबारी दोस्त स्टीवन विट्कॉफ जिनके पास पॉलिसी को लेकर अनुभव बेहद कम है, उन्हें मिडिल ईस्ट में अपना स्पेशल दूत चुना है.
बौलोस की नियुक्ति का ऐलान करते हुए ट्रंप ने ट्रुथ सोशल प्लैटफॉर्म पर लिखा है कि, ‘बौलोस एक निपुण वकील और उद्योग जगत के सम्मानजनक लीडर हैं जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मामलों का व्यापक अनुभव है.’ ट्रंप ने अपने समधी को एक डीलमेकर बताते हुए कहा है कि वह मिडिल ईस्ट में शांति के अटूट समर्थक हैं.
कौन हैं ट्रंप के समधी मसाद बौलोस?
ट्रंप के समधी मसाद बौलोस एक लेबनानी-अमेरिका उद्योगपति हैं. उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप के लिए अरब-अमेरिकी मतदाताओं को जुटाने में प्रमुख भूमिका निभाई है, दरअसल गाजा युद्ध के चलते अरब-अमेरिकी मतदाताओं में बाइडेन प्रशासन के खिलाफ काफी नाराजगी थी, माना जा रहा है कि ये नाराजगी कमला हैरिस पर भारी पड़ी और बड़ी संख्या में अरब-अमेरिकी मतदाताओं ने ट्रंप को सपोर्ट किया.
मसाद बौलोस. (Jeenah Moon for The Washington Post via Getty Images)
मसाद बौलोस का लेबनान से गहरा नाता है, उनका जन्म लेबनान में हुआ था लेकिन विश्वविद्यालय की पढ़ाई से पहले ही टेक्सास शिफ्ट हो गए. उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूसटन से पढ़ाई कर, लॉ की डिग्री भी हासिल की है. ग्रेजुएशन के बाद भी उन्होंने अपने परिवार का बिजनेस ज्वाइन कर लिया. उनके पिता और दादा लेबनान में बड़ी राजनीतिक हस्तियों में शुमार रहे हैं.
ट्रंप के समधी का हिजबुल्लाह कनेक्शन!
ट्रंप के समधी का ताल्लुक सिर्फ लेबनान से नहीं है बल्कि इजराइल के कट्टर दुश्मन हिजबुल्लाह से भी है. दरअसल मसाद बौलोस की पत्नी के पिता फ्री पैट्रियोटिक मूवमेंट (FPM, लेबनान की क्रिश्चन पार्टी) को फंड मुहैया कराने वालों में प्रमुख रहे हैं. FPM लेबनान में हिजबुल्लाह का समर्थन करने वाला दल है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने 3 सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया है कि, बौलोस लेबनान के बहुध्रुवीय राजनीतिक जगत के वार्ताकारों के संपर्क में हैं, जो कि लेबनान में यह एक दुर्लभ उपलब्धि है. यहां विभिन्न गुटों के बीच दशकों पुरानी गहरी प्रतिद्वंद्विता रही है. ऐसे में वह एक ऐसी शख्सियत हैं जो सभी दलों के वार्ताकारों के साथ संपर्क में हैं. यही नहीं बौलोस के दोस्त सुलेमान फ्रंगिआ भी हिजबुल्लाह के सहयोगियों में से एक हैं और वह लेबनान में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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