दुनियां – फ्रांस में अब क्या होगा, क्या गिरेगी सरकार? अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद मैक्रों का कुछ और ही प्लान – #INA
फ्रांस की संसद में मिशेल बर्नियर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया लेकिन इसके बावजूद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि वह अपने 5 साल के कार्यकाल को पूरा करेंगे. गुरुवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में मैक्रों ने कहा कि वह आने वाले दिनों में एक नए प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा करेंगे.
मैक्रों ने जोर देकर कहा कि उनकी जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना है कि देश और तमाम संस्थान सुचारू रूप से चलें और फ्रांस के नागरिक सुरक्षित हों. उन्होंने कहा कि जनता ने लोकतांत्रिक तरीके से जो जनादेश सौंपा है, वह पांच साल का है और वह इसके खत्म होने तक इसका पूरी तरह से पालन करेंगे. राष्ट्रपति के तौर पर मैक्रों का कार्यकाल 2027 में खत्म होगा.
राष्ट्रपति मैक्रों का नया प्लान क्या है?
मैक्रों ने अपने 10 मिनट के संबोधन में कहा कि, ‘मैंने शुरू से ही आपके साथ मिलकर सामाजिक संकट, कोविड-19 महामारी, युद्ध की वापसी और महंगाई समेत कई मुश्किल समय का सामना किया है.’ उन्होंने कुछ दिनों में एक नया प्रधानमंत्री नियुक्त करने का भी वादा किया और कहा कि, ‘आज से एक नया युग शुरू होना चाहिए जहां सभी को फ्रांस के लिए काम करना चाहिए और जहां नए समझौते किए जाने चाहिए, क्योंकि दुनिया आगे बढ़ रही है, क्योंकि चुनौतियां कई हैं और क्योंकि हमें फ्रांस के लिए महत्वाकांक्षी होना चाहिए. हम विभाजन या निष्क्रियता बर्दाश्त नहीं कर सकते.’
मैक्रों ने बर्नियर की सराहना की
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री बर्नियर की सराहना करते हुए उनके ‘समर्पण और दृढ़ता’ की तारीफ की. मैक्रों ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री ने मुझे अपना और अपनी सरकार का इस्तीफा सौंप दिया है, मैं देश के लिए किए गए काम, उनके समर्पण और उनकी दृढ़ता के लिए बर्नियर को धन्यवाद देना चाहता हूं. बर्नियर और उनके मंत्री ऐसे समय पर आगे आए थे जब बहुत से दूसरे लोगों ने साथ नहीं दिया.
जुलाई में हुए चुनाव में किसी को बहुमत नहीं
62 साल के इतिहास में फ्रांस में पहली बार किसी प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव में हार का सामना करना पड़ा है. दरअसल 577 सीटों वाली फ्रांसीसी संसद के लिए इसी साल जुलाई में चुनाव हुए थे लेकिन इसमें किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला, जिसके बाद मैक्रों ने बार्नियर को प्रधानमंत्री चुना था.
महज़ 91 दिन ही प्रधानमंत्री रह पाए बर्नियर
प्रधानमंत्री के तौर पर बार्नियर की कार्यशैली से विपक्ष नाराज था, खासतौर पर यह नाराजगी तब और बढ़ गई जब उन्होंने नेशनल असेंबली में वोटिंग के बिना ही सामाजिक सुरक्षा बजट को पास करवा दिया, इसके लिए उन्होंने फ्रांसीसी संविधान के अनुच्छेद 49.3 का इस्तेमाल किया. उधर बुधवार को फ्रांस की संसद के निचले सदन के 331 सदस्यों ने बार्नियर की अल्पमत वाली सरकार को हटाने के लिए वोट किया और इस तरह से 73 वर्षीय बार्नियर, प्रधानमंत्री के तौर पर महज 91 दिनों तक ही पद पर रह पाए.
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link