खबर मध्यप्रदेश – नहीं बचा 2 महीने का डॉगी… 40 फीट गहरे बोरवेल में गिरा, 26 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन; बाहर आते ही तोड़ा दम – INA

मध्य प्रदेश के मुरैना में एक डॉगी का बच्चा खुले बोरवेल में गिर गया. डॉगी के बच्चे को बाहर निकालने के लिए करीब 26 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया. हालांकि नन्हें डॉगी को 26 घंटे के लंबे संघर्श के बाद बाहर निकाल लिया गया. एसडीआरएफ और पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत के बाद 40 फीट गहरे बोरवेल से निकालने में सफलता पाई. हालांकि लंबे संघर्ष के बाद भी नन्हें डॉगी की जान को बचाया नहीं जा सका.

मुरैना में 26 घंटे पहले खुले बोरवेल में नन्हा डॉगी गिर गया था. जानकारी के मुताबिक मुरैना पुलिस लाइन के आवासीय परिसर में एक बोरवेल है. हालांकि इस बोरवेल को बंद कर दिया गया है. वहीं बोरवेल के आसपास पानी के रिसाव के कारण लगभग 40 फीट गहरा गड्ढा हो गया है. शाम को अपनी मां के साथ टहलते हुए नन्हा डॉगी अचानक गहरे गड्ढे में गिर गया. वहीं पार्क में मौजूद लोगों ने नन्हें डॉगी के भौंकने की आवाज सुनी और दूसरे लोगों को भी इसकी जानकारी दी.

26 घंटे बाद मिली सफलता

वहीं सूचना के बाद मौके पर नगर निगम की टीम और पुलिस लाइन से पुलिस टीम पहुंच गई. उसके बाद एसडीआरएफ की टीम को सूचना देकर बुलाया गया. एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू शुरू किया. 20 घंटे के बाद भी रेस्क्यू में सफलता नहीं मिली. वहीं बोरवेल के पास करीब 30 फीट गहरा गड्ढा किया गया. हालांकि खुदाई के दौरान ये भी डर सता रहा था कि कहीं नन्हा डॉगी मिट्टी से दब न जाए. जेसीबी से खुदाई को रुकवाया गया और एलएनटी मशीन को बुलाकर रेस्क्यू की कार्रवाई को फिर से शुरू किया गया.

मौके पर नहीं पहुंचे पशु चिकित्सक

लंबे संघर्श के बाद करीब 40 फीट गहरे बोरवेल से डॉगी को निकाल लिया गया लेकिन मौके पर कोई स्वास्थ्य व्यवस्थाएं नहीं मिली. जिसके कारण पुलिस की गाड़ी से नन्हे डॉगी को प्राइवेट क्लीनिक पहुंचाया गया. वहीं क्लीनिक में डॉक्टरों के ट्रीटमेंट के बाद भी नन्हे डॉगी बचाया नहीं जा सका. लोगों ने बताया कि 24 घंटे से पशु चिकित्सकों को कॉल किया जा रहा था लेकिन एक भी डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचा. अगर मौके पर नन्हें डॉगी को इलाज मिल जता तो उसे बचाया जा सकता था.

(रिपोर्ट-अमन सक्सेना/ मुरैना)


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