देश – Masjid Mukt Desh: मस्जिद मुक्त हैं ये 8 देश, इस्लाम धर्म की मान्यता पर लगे हैं प्रतिबंध, जानिए चौंकाने वाला सच #INA
Masjid Mukt Desh: “मस्जिद मुक्त देश” यह एक ऐसा वाक्यांश है जिसने हाल के समय में काफी विवाद उत्पन्न किया है. इसका तात्पर्य है कि ऐसा देश जहां मुस्लिम आबादी होने के बावजूद मस्जिदें नहीं हैं या फिर मस्जिदों के निर्माण पर प्रतिबंध लगा हुआ है. धर्म के आधार पर किसी भी प्रकार का भेदभाव करना संवैधानिक रूप से गलत है. हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार होता है. हर देश में विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं और उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना आवश्यक है. हम आपको कुछ ऐसे मुस्लिम आबादी वाले देशों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां मुस्लिम समुदाय के लोग होने के बावजूद मस्जिद के निर्माण पर प्रतिबंध लगा हुआ है.
मस्जिद-मुक्त देश (Mosques Ban in These 8 Countries)
1. मोनाको
अपनी खूबसूरती, भव्य कसीनो और मजबूत वित्तीय स्थिति के लिए प्रसिद्ध मोनाको में एक भी मस्जिद नहीं है. हालांकि ये इटली और फ्रांस के बीच स्थित एक छोटा सा देश है जिसकी कुल आबादी करीब 40,000 है, जिसमें 86% लोग ईसाई हैं और 6% मुसलमान. मुख्य रूप से यहां पर कैथोलिक ईसाई धर्म को मान्यता प्राप्त है. इस देश में एक भी मस्जिद नहीं है. मोनाको की सरकार ने अब तक देश में मस्जिद बनाने की अनुमति नहीं दी है, और यहां के मुसलमान अपने घरों में ही नमाज अदा करते हैं.
2. उरुग्वे
दक्षिण अमेरिका के दक्षिण-पूर्व में स्थित उरुग्वे एक विकसित अर्थव्यवस्था वाला देश है जिसकी कुल आबादी करीब 35 लाख है. यहां की 94% आबादी यूरोपीय या मिश्रित वर्ण की है और यहां पर कोई भी मुसलमान नहीं है, और इसलिए मस्जिद का भी सवाल नहीं उठता. मोनाको की तरह, उरुग्वे भी खुशहाल देशों की श्रेणी में आता है. जब कभी कोई मुस्लिम व्यक्ति यहां आता है, तो मिस्र का दूतावास उन्हें प्रार्थना स्थल की सुविधा मुहैया कराते हैं.
3. स्लोवाकिया
मध्य यूरोप में स्थित स्लोवाकिया एक पहाड़ी देश है, जहां की कुल आबादी करीब 54 लाख है जिसमें लगभग 5000 मुसलमान रहते हैं. मुस्लिम आबादी होने के बावजूद यहां एक भी मस्जिद नहीं है. हालांकि मस्जिद बनाने को लेकर कई बार यहां विवाद हुए हैं. लेकिन साल 2016 में स्लोवाकिया ने एक कानून पारित किया और इस्लाम को आधिकारिक धर्म का दर्जा देने से इनकार कर दिया. इस्लाम की धार्मिक मान्यता रद्द कर दी गई है, और देश में इस्लाम के खिलाफ कड़े कानून लागू कर दिए गए.
4. एस्टोनिया
यहां मुस्लिम आबादी करीब 2000 के आसपास है लेकिन फिर भी इस देश में कोई मस्जिद नहीं है. हालंकि एक इस्लामिक कल्चर सेंटर है जहां मुसलमान नमाज अदा करते हैं. एस्तोनिया में शिया और सुन्नी मुसलमान एक साथ इस्लामिक कल्चर सेंटर में नमाज पढ़ते हैं, जबकि दुनिया के अन्य हिस्सों में इन दोनों समूहों के बीच अक्सर मतभेद होते हैं. एस्टोनिया भी उन्ही देशों की लिस्ट में शुमार है जहां एक भी मस्जिद नहीं है.
5. सैन मरिनो
दुनिया के सबसे छोटे देशों सैन मरिनो में मुस्लिम आबादी बेहद कम है. इसलिए इस देश में कोई मस्जिद नहीं है. यहां के मुसलमान अक्सर पड़ोसी देश इटली में स्थित मस्जिदों में नमाज अदा करने जाते हैं क्योंकि सैन मरिनो इटली से घिरा हुआ है.
6. वेटिकन सिटी
वेटिकन सिटी केवल ईसाई लोग ही रहते हैं और ये दुनिया का सबसे छोटा देश है. यहां न तो कोई मुसलमान है और न ही कोई मस्जिद. वेटिकन सिटी में पोप का शासन है, और मुसलमानों के लिए यहां निवास करना संभव नहीं है.
7. भूटान
भूटान, जो कि भारत का पड़ोसी देश है यहां भी मस्जिद नहीं है. भूटान में मुस्लिम आबादी करीब 7000 के आसपास है, लेकिन इसके बावजूद भी यहां पर एक भी मस्जिद नहीं है. भूटान का संविधान इस्लाम को धर्म के रूप में मान्यता नहीं देता. यहां बौद्ध और हिंदू धर्म को मान्यता प्राप्त है. भूटान में कई भव्य मंदिर स्थित हैं. यहां के स्थानीय बौद्ध भी हिंदू मंदिरों में पूजा करते हैं, लेकिन इस्लाम को मान्यता देने पर रोक है.
8. साओ टोम और प्रिंसिपे
साओ टोम और प्रिंसिपे भूमध्य रेखीय तट से कुछ दूर स्थित एक देश है. यहां की आधिकारिक भाषा पुर्तगाली है, और 95% आबादी ईसाई है. यहां भी अभी तक एक भी मस्जिद नहीं है, और इस्लाम को मान्यता नहीं मिली है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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