सेहत – शरीर के इस अंग को भी ख़राब कर रहा है वायु प्रदूषण ! एम्स के डॉक्टर ने किया खुलासा, जानकर हैरान रह जाएंगे

दिल्ली एनसीआर वायु प्रदूषण: दिल्ली- इस वक्त भयंकर एयर पॉल्यूशन की पाली में है। दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है, कई जगहों पर एक्युई 400 पार हो गई है। एयर पॉल्यूशन से लेकर सांस से जुड़ी सबसे महंगी बातें, ये बात तो सभी जानते हैं। हालांकि दिल्ली एम्स के डॉक्टर से लेकर अब तक एक बड़ी खबर सामने आई है। विद्वानों की राय तो सीवियर एयर पॉल्यूशन से न केवल सांस से जुड़ी दिल की बीमारी बढ़ रही है, बल्कि इससे मस्तिष्क और पेट पर भी बुरा असर पड़ता है। हवा से पेट की गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

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नई एम्स दिल्ली में कोचिंग सेंटर के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. हर्षल आर साल्वे का कहना है कि वायु प्रदूषण से शरीर में इन्फ्लेमेट्री प्रतिक्रिया होती है, जिससे पाचन तंत्र में सूजन और अन्य हानिकारक प्रभाव पैदा हो सकते हैं। लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से पाचन तंत्र में गंभीर विकार हो सकते हैं। वायु प्रदूषण के कारण पाचन संबंधी विकार इरिटनल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) और इंफ्लेमेट्री बाउल डिजीज (आईबीडी) के मामले बढ़ रहे हैं। इनमें पेट में जलन, दस्त, कब्ज और पेट में दर्द जैसी समस्याएं होती हैं। प्रदूषण से प्रभावित क्षेत्र में इन इलाकों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है।

डॉक्टर्स की सलाह तो सही हवा में मौजूद खतरनाक कण और गैसें शरीर में सूजन, सूजन और आयोडीन युक्त तनाव पैदा कर सकते हैं। यह पाचन तंत्र के लिए बहुत हानिकारक है, क्योंकि इससे पैकेट का माइक्रोबायोम यानि कि पाचन तंत्र का संतुलन बिगड़ सकता है। आईबीएस और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के कारण अधिक होते हैं, क्योंकि यह पाचन तंत्र में सूजन पैदा करता है और विकिरण के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसके अलावा प्रदूषण से युक्त सूजन मेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसे अस्थमा का कारण बन सकता है, जो पाचन और ओवरऑल स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग प्रदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। बच्चों का पाचन तंत्र और इम्यून सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं होता है, जिससे वे प्रदूषण से बहुत अधिक प्रभावित होते हैं। वृद्धों का इम्यून सिस्टम ख़राब होता है, जिससे पेट की समस्याओं का सबसे अधिक शिकार होता है। कई अध्ययनों से यह भी पता चला है कि कूड़े के सूक्ष्म कण और अपशिष्ट रसायन पाचन तंत्र में प्रवेश कर सकते हैं और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे पेट खराब हो सकता है। यह सब इस बात का संकेत है कि बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण पाचन स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

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