यूपी- UP: फसलों की सटीक पैदावार का चलेगा पता, गाजीपुर के 1157 गांवों में हो रही क्रॉप कटिंग – INA

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में प्रशासन किसानों से उनकी फसलों की क्रॉप कटिंग करा रहा है. जिले में होने वाली फसल के अनुमान के लिए क्रॉप कटिंग कराई जा रही है. प्रशासन ने जिले के 1157 गांवों में क्रॉप कटिंग कराए जाने का निर्णय लिया है. सदर तहसील के महुआरी गांव से इसकी शुरुआत की जा चुकी है. यहां प्रति हेक्टेयर 36.6 कुंटल चावल के पैदावार का अनुमान लगाया गया है. जल्द ही चिन्हित गांवों में भी क्रॉप कटिंग कराई जाएगी.

1 नवंबर से धान की सरकारी खरीदारी शुरू होनी है. इसके पूर्व जिले के कई इलाकों में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. ऐसे में बहुत सारे किसानो की फसल भी नष्ट हो गई. उनमें से कई किसानों ने फसल बीमा भी कराया था. उन किसानों को फसल बीमा का लाभ भी बीमा कंपनियों के द्वारा दिया जाना है. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन के द्वारा क्रॉप कटिंग का निर्णय लिया गया.

महुवारी गांव में कराई गई धान की क्राप कटिंग

गाजीपुर मैं खरीफ फसल 2023-24 में जिले के समस्त तहसीलों के 1165 ग्राम पंचायत के 4660 खेतों का चयन किया गया. जहां पर क्रॉप कटिंग का कार्य स्थानीय लेखपालों के देखरेख में किया किया गया. वहीं 2024-25 में चयनित 1157 ग्राम पंचायत के 4628 खेतों पर धान के लिए क्रॉप कटिंग की प्रक्रिया जारी है. इसी को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर एडीएम दिनेश कुमार एवं मुख्य राजस्व अधिकारी आयुष चौधरी की उपस्थिती मे महुवारी गांव सभा तहसील सदर में धान की क्राप कटिंग कराई गई.

बिचौलियों के बहकावे न आएं किसान

इस क्रॉप कटिंग के दौरान उक्त खेत मे .0043 हेक्टेयर खेत में क्राप कटिंग मौके पर हुआ. जिसमें 25 किग्रा उपज तौलाई के दौरान अनाज पाया गया. इसके आधार पर प्रति हेक्टेयर 54.90 कुन्तल धान एवं इसी आधार पर 36.6 कुन्तल प्रति हेक्टेयर चावल की पैदावार का अनुमान लगाया गया. इस दौरान अधिकारियो ने किसानो को अपने नजदीकी धान क्रय केन्द्रो पर धान बेचने की सलाह दी. जिससे उन्हें अपने धान का उचित मूल्य मिल सके. उन्होने किसानो से आग्रह किया कि किसी भी बिचौलियों के बहकावे न आये.

किसानों ने कराया था पंजीयन

उन्होने जिले के सभी किसानो से अपने-अपने खेतो में पराली न जलाने की अपील की. बता दे की 1 नवंबर से धान की भी खरीदारी के लिए धान क्रय केंद्र की स्थापना कर दिया गया है, लेकिन अभी भी यहां पर किसानों के पंजीयन की गति काफी धीमी है. मात्र 4582 किसानों ने ही अपना पंजीयन कराया है. अगर पिछले साल के आंकड़ों की बात करें तो खरीदारी के समय से पूर्व 8000 से अधिक किसानों ने अपना पंजीयन करा लिया था. इस बार जिले में 22 लाख कुंटल धान के खरीदारी का लक्ष्य दिया गया है, जिसके लिए विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से 136 केंद्र खोले जाएंगे.


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