दुनियां – Mpox का कांगो में कहां और कितना है प्रकोप? डब्ल्यूएचओ ने दी जानकारी – #INA

एमपॉक्स को लेकर कांगो के लिए राहत-भरी खबर आई है. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि उस क्षेत्र में एमपॉक्स के मामले स्थिर हो सकते हैं, जहां नए वैरिएंट का पता चला था. हालांकि, देश के अन्य क्षेत्रों के साथ ही बुरुंडी और युगांडा में संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि एमपॉक्स संक्रमण की संख्या सामान्य रूप से बढ़ती प्रवृत्ति दिखाती है. मगर दक्षिण किवु में यह स्थिर हो सकती है. यहां एमपॉक्स के अधिक ताकतवर वैरिएंट की पहचान इस साल की शुरुआत में कामिटुगा में सेक्स वर्कर्स और खनिकों के बीच की गई थी.
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि संक्रमण के टेस्ट अभी भी बड़े स्तर पर नहीं हो रहे हैं. इससे यह समझना मुश्किल हो जाता है कि वायरस कैसे फैल रहा है. पिछले सप्ताह के आंकड़ों के अनुसार, कांगो में एक लैब की ओर से 100 से भी कम मामलों की पुष्टि की गई है. जुलाई में यही आंकड़ा 400 था.
स्थिर होता दिख रहा संक्रमण
विशेषज्ञों का कहना है कि हाल के सप्ताह में संक्रमण स्थिर होता दिख रहा है. इससे वायरस के प्रकोप को खत्म करने का मौका मिल रहा है. कांगो में अबतक करीब 50 हजार लोगों को टीका लगाया गया है. अफ्रीका रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों का अनुमान है कि एमपॉक्स के प्रकोप को रोकने के लिए 3 मिलियन टीकों की जरूरत है.
संक्रमण फैलने की बड़ी वजह
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि बुरुंडी में एमपॉक्स का प्रकोप भी नए वैरिएंट की वजह से हो रहा है. जिन लोगों में संक्रमण पाया जा रहा है, उन्हें इस बात का पता ही नहीं चल पाता है कि उनके द्वारा वायरस फैल रहा है. पिछले दो हफ्तों में बुरुंडी से हर हफ्ते 200 से अधिक नए मामलों की सूचना मिली है. इनमें ज्यादातर बच्चे और वयस्क हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वायरस ज्यादातर सेक्स की वजह से फैल रहा है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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