यूपी- ‘बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक’, संभल में हिंसा के बाद प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला – INA

संभल की जामा मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर रविवार को किये जा रहे सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए और इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई. इस घटना में एसडीएम समेत 20 लोग जख्मी भी हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि संभल में बवाल के बाद 1 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधि के संभल में प्रवेश पर रोक, लगा दी गई है. अति संवेदनशील स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है.

अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के बाद तनाव को देखते हुए संभल तहसील में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. साथ ही 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल आज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.

उपद्रवियों ने चलाई गोली

पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को जलाने की कोशिश की और पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया. एक अधिकारी ने कहा कि उपद्रवियों ने गोलियां चलाईं और कुछ छर्रे हमारे पुलिसकर्मियों को लगे. हम वहां जांच कर रहे हैं जहां गोलियां चलायी गईं, खासकर दीपा सराय इलाके में.

जामा मस्जिद का सर्वेक्षण

दरअसल एक स्थानीय अदालत (कोर्ट) के आदेश पर पिछले मंगलवार को जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था, जिसके बाद से संभल में पिछले कुछ दिनों से तनाव व्याप्त है. कोर्ट में एक याचिका दाखिल करके दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था.

तीन लोगों की मौत

मुरादाबाद मंडल के आयुक्त आंजनेय सिंह ने संभल में कहा कि इस मामले में उपद्रवियों के दो तीन समूह थे जो लगातार गोलीबारी कर रहे थे. पुलिस प्रशासन ने सर्वेक्षण करने आई टीम को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला. आंजनेय सिंह ने बताया कि इस हिंसा में 20 से 25 वर्ष के बीच की उम्र के तीन लोगों की मौत हुई है. मृतकों की शिनाख्त मोहल्ला कोट गर्वी निवासी नईम, सरायतरीन निवासी बिलाल और हयातनगर निवासी नोमान के रूप में हुई है.

एसडीएम समेत 20 लोग घायल

मंडल आयुक्त ने कहा कि इस हिंसा, गोलीबारी और पथराव में कुल 20 लोग जख्मी हुए हैं. वारदात में पुलिस अधीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) संजीव कुमार के पैर में गोली लगी है जबकि एसडीएम रमेश चंद्र के पैर की हड्डी टूट गई है. इसके अलावा संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार को भी छर्रे लगे हैं.

जबरदस्त पथराव और गोलीबारी

जिलाधिकारी राजेंद्र पेसीया ने बताया कि सर्वेक्षण के शुरुआती दो घंटे तक कोई भी पथराव नहीं हुआ था. बाद में मस्जिद से ऐलान किया गया कि सर्वेक्षण का काम पूरा हो गया है. जिसके बाद आस-पास के कई किलोमीटर क्षेत्र में रहने वाले लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और जबरदस्त पथराव और गोलीबारी शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि भीड़ को उकसाने और हिंसा की साजिश रचने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा.


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