सीजी- हवाई सेवा से जुड़ेगा सरगुजा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा का करेंगे वर्चुअल लोकार्पण – INA

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सरगुजा अब हवाई सेवा से जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज रविवार को मां महामाया एयरपोर्ट अम्बिकापुर का वर्चुअल रुप से लोकार्पण करेंगे। पीएम मोदी 20 अक्टूबर को वाराणसी से शाम चार बजे एयरपोर्ट वर्चुअल लोकार्पण करेंगे। लोकार्पण समारोह का कार्यक्रम दोपहर तीन बजे से शुरू हो जाएगा। राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तीन से 3:15 बजे तक एयरपोर्ट का भ्रमण और अवलोकन करेंगे। शाम चार बजे वाराणसी से लाइव प्रसारण की शुरुआत होगी।

पीएम मोदी आज सरगुजावासियों को यह सौगात देंगे। हवाई सेवा से जुड़ने से सरगुजा संभाग के समस्त जिलों सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के लाखों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। विमान सेवा से जुड़ने पर सरगुजा संभाग में पर्यटन, वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और आवागमन की सुविधा के विस्तार के साथ क्षेत्रवासियों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

मिली जानकारी अनुसार, मां महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर में लगभग 80 करोड़ की लागत से कार्य किए गए हैं। दरिमा हवाई पट्टी का निर्माण वर्ष 1950 में हुआ था, इसे प्रारंभिक दौर में डब्ल्यूबीएम सतह से निर्मित किया गया था, जिसकी लंबाई 1200 मीटर थी। यह हवाई पट्टी अम्बिकापुर शहर से 13 किमी की दूरी पर दरिमा ग्राम में निर्मित है। इसका सम्पूर्ण क्षेत्रफल 365 एकड़ है और यह हवाई पटटी समुद्र तल से 1924 फीट ऊंचाई में स्थित है।

हवाई अड्डे के विकास के लिए 46.27 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति लोक निर्माण विभाग को जारी की गई, जिसके तहत लोक निर्माण विभाग के ने दिसंबर 2021 से उन्नयन कार्य तीन सीव्हीएफआर के अनुरूप शुरू किया। लोक निर्माण विभाग की ओर से अप्रैल 2023 को कार्य को पूर्ण कराकर लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया, जिसके तहत डीजीसीए ने मई 2023 को निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद पूर्ण औपचारिकताओं को पूर्ण करते हुए डीजीसीए ने 15 मार्च 2024 को एरोड्रम लाईसेंस जारी किया। रनवे को लम्बाई 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया गया।

रनवे की लम्बाई 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया गया। रनवे के मजबूतीकरण के लिए पीसीएन को बढ़ाकर 25 किया गया जिसे एटीआर 72 के अनुरूप किया गया। नये एपरोन को 110×127 मीटर का बनाया गया, जो कि एक साथ दो एटीआर 72 हवाई जहाज को खड़ा करने के लिए उपयुक्त है। इसके साथ आईसोलेशन वे, दोनों तरफ आरईएसए एवं 25×150 मीटर के दो टैक्सी-वे का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही पैरीमीटर रोड एवं अन्य एप्रोच रोड का डामरीकरण कार्य कराया गया। पूर्ण क्षेत्रफल लगभग 8 कि.मी. की लम्बाई में बाउण्ड्रीवाल की ऊंचाई 1.5 मीटर से बढ़ाकर 3.2 मीटर की गई। सारे आंतरिक मार्गों का डामरीकरण एवं रोड फर्नीचरिंग एवं मार्किंग का कार्य कराया गया। टर्मिनल भवन का उन्नयनीकरण 20 यात्रियों से बढ़कर 72 यात्रियों के अनुरूप किया गया। एटीसी ऑफिस, एमईटी ऑफिस, एसीसीआर रूम, फायर स्टोर, इलेक्ट्रीकल पैनल रूम अन्य अधोसंरचना के कार्य कराये गये हैं।

सरगुजा अंचल में पर्यटन की असीम संभवानाएं विद्यमान है। हवाई सेवा शुरू होने से निःसंदेह इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। सरगुजा क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में राजारानी मंदिर, बाबा बम्लेश्वर मंदिर, सरगुजा पैलेस, कैलाश गुफाएं, प्राकृतिक सौदर्य से भरपूर चिरमिरी, ऐतिहासिक एवं प्रसिद्ध मंदिर रतनपुर, रामगढ़ स्थित जोगीमारा, सीताबेंगरा एवं लक्ष्मण गुफा तथा छत्तीसगढ़ का शिमला मैनपाट शामिल है। सरगुजा क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में कई जैन मंदिर, बाबा भीम मंदिर, राम मंदिर, महामाया मंदिर और मैनपाट स्थित बौद्ध मंदिर शामिल है। 


Credit By Amar Ujala

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