सेहत – आँखों में जलन, एलर्जी जैसी एलर्जी बढ़ी हुई रही दिल्ली की काजल हवा ! डॉक्टरों ने बताए अज्ञात बचने के तरीके

आंखों के स्वास्थ्य पर जहरीली वायु का प्रभाव: दिल्ली- इन दिनों में एयर क्वालिटी सीवियर बेहद कम चल रही है और पिछले कई हफ्तों से एयर क्वालिटी सीवियर चल रही है। वायु प्रदूषण का असर फेफड़ों और हृदय पर सबसे ज्यादा होता है, लेकिन वायु प्रदूषण से आंखों पर भी बुरा असर पड़ सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय तो दिल्ली-मैदान में बढ़ती एयर पॉल्यूशन से आंखों में जलन, जलन और एलर्जी जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। इन अध्ययनों को मेडिकल की भाषा में एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस कहा जाता है। काजल हवा का यह गंभीर खतरा बन सकता है।

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दिल्ली एम्स के प्रोफेसर और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रोहित सक्सेना ने बताया वायु प्रदूषण आंखों के लिए बेहद खतरनाक है, विशेष रूप से कंजंक्टिवा और कॉर्निया के लिए वायु प्रदूषण सबसे ज्यादा नुकसानदायक है। साइंटिफिक हवा में सूक्ष्म कण होते हैं, जो आंखों की सतह को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे एलर्जी और जलन भी हो सकती है। यह उन बच्चों और आंखों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है, जो पहले से ही आई ड्रेनेज या आंखों की एलर्जी से पीड़ित रहते हैं। ऐसे लोगों को पॉल्यूशन से बचने की हर हाल में कोशिश करनी चाहिए, ताकि आंखों की कंडीशन ज्यादा न हो।

अमेरिका की कोलाराडो यूनिवर्सिटी के शोध से भी यह पता चला है कि वायु प्रदूषण में रहने वाले लोगों की आंखों में संक्रमण का खतरा दोगुना हो सकता है। विषाक्त पदार्थों के कण आंखों में जलन और संक्रमण को बढ़ा सकते हैं। वायु प्रदूषण से आंखों की समस्या जैसे जलन, खुजली और सूजन हो सकती है। अगर आंखों को बार-बार जलन हो तो इससे कॉर्निया फ्रैक्चर और केराटोकोनस जैसी गंभीर समस्या हो सकती है। इस स्थिति में कॉर्निया स्केलेटन शॅनिका का आकार बदल जाता है, जिससे नजर कमजोर हो सकती है। इसके इंजेक्शन में खुजली, जलन, पानी आना, लालिमा और दर्द हैं।

पटपड़गंज स्थित मैक्स हॉस्पिटल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. स्मृति गोयल के अनुसार गंभीर मामलों में प्रदूषण के कारण आंखों में दर्द या दृष्टि में धुंधलापन हो सकता है, जिसमें तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि आंखों को लैब्रिकेटिंग ड्रॉप्स का इस्तेमाल करना चाहिए और जेल से राहत पाने के लिए आईपैड का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा आंखों को सूरज की रोशनी से बचाने के लिए चश्मे या धूप के चश्मे का इस्तेमाल करना चाहिए और एलर्जी वाले लक्षणों के लिए एंटी-एलर्जिक आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करना चाहिए। जब प्रदूषण अधिक हो, तो घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।

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