सेहत – एयर पॉल्यूशन से गर्भवती महिलाओं को बड़ा खतरा, इन 5 नामांकन से करें बचाव, स्वास्थ्य को नहीं होगा कोई नुकसान

गर्भवती महिला पर वायु प्रदूषण का प्रभाव: मूल की शुरुआत होने से पहले ही दिल्ली-मैडम समेत कई शहरों में एयर पॉल्यूशन बढ़ गया है। अगले कुछ सप्ताह में हवा और अधिक मात्रा हो सकती है। फ्यूरियस एयर पॉल्यूशन के कारण तो सभी को नुकसान होता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं पर इसका सबसे ज्यादा बुरा असर होता है। खुजली हवा न केवल गर्भवती महिला, बल्कि उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी बीमार कर सकती है। आज डॉक्टर से जानेंगे कि बढ़ते हुए एयर पॉल्यूशन से प्लांट में कौन सी कमी हो सकती है और इन पोर्टफोलियो से किस तरह बचा जा सकता है।

MASSH मानस हॉस्पिटल के सिंगिंगोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सोनाली साकर ने News18 को बताया एयर पॉल्यूशन के कारण गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे पर गंभीर असर पड़ सकता है। पॉल्यूशन की प्लेटों में गर्भवती महिलाओं को ब्लड डिसऑर्डर से जुड़ी समस्या हो सकती है और यूरिन में प्रोटीन का स्तर बढ़ जाता है। यदि इस प्रोटीन को नियंत्रित नहीं किया जाता है, तो इससे महिलाओं को दौरे की समस्या हो सकती है और बच्चे की जान में गर्भ के दौरान ऐसी कंडीशन की समस्या हो सकती है।

डॉक्टर की राय तो पॉल्यूशन की वजह से महिलाओं में एब्रैपशो प्लेसेंटा की समस्या हो सकती है और प्लेसेंटा गर्भपात से पहले समय से पहले ही अलग हो जाता है। ऐसी ही एक प्रेगनेंट महिला को ब्लीडिंग होती नजर आती है और जल्द ही जल्द ही इसे खत्म कर दिया जाता है। पॉल्यूशन से प्राइमेच्योर स्टोअरी हो सकती है और इस कंडीशन में बच्चों के सांस लेने के लिए स्लेजर नहीं हो सकते हैं। इसके कारण बच्चे को आगे चलकर शिशु की बीमारी हो सकती है। अधिकतर संतुलित हवा के कारण गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए वायु प्रदूषण से कैसे बचें?

बॉट ने बताया कि दिल्ली पॉल्यूटेड में रहने वाली गर्भवती महिलाओं को एयर पॉल्यूशन से बचने के लिए बाहरी विस्तार एक्टिव चारकोल फिल्टर वाले मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। आंखों में परेशानी हो, तो स्पेसिफिक चश्मा पहना जा सकता है और ग्लव्स लगाए जा सकते हैं। वायु प्रदूषण से बचने के लिए खुद को कवर करना चाहिए और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा प्रोटोटाइप ऑब्जेक्ट, ऑर्थोडॉक्स और अच्छी लाइफ स्टाइल से भी पॉल्यूशन से बचने में मदद मिल सकती है।

फिजियोलॉजी एक्टिविटी अत्यंत फ़ायदेमंद

डॉक्टर की सलाह तो संदिग्ध महिलाएं रोज सुबह-सुबह आधा घंटा धूप में चलें और घास पर सिलिकॉन। इससे गर्भवती महिलाओं की इम्युनिटी मजबूत होती है और उनके बच्चे की सेहत में भी सुधार होता है। एक्टिविस्ट न रहने से इमोशनल बदलाव आता है और बीपी बढ़ता दिखता है। ऐसे में खुद को सक्रिय रखें और हर वक्त आराम न करें। गर्भवती महिलाओं के लिए भी लोगों से दूरी बनाना जरूरी है, क्योंकि धूम्रपान के धुएं से स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान हो सकता है। यदि महिलाओं को हवा के कारण सांस लेने में परेशानी महसूस होती है, तो अपने अल्ट्रासाउंड डॉक्टर से संपर्क करें।

गर्भवती महिलाएं कैसे अपनी इम्युनिटी?

डॉक्टर ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयरन, फोलेट, विटामिन और चीजों की जरूरत होती है। ये सभी चीजें खान-पान से मिल सकती हैं. हरे पत्ते के पत्तेदार, ककड़ी, टमाटर, सुई और चानों में प्रचुरता होती है। मटर, ब्रोकली, स्प्राउट्स, चने और गार्डन में फोलेट की बहुतायत होती है। अंगूर, संतरा और नींबू जैसे विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से इम्युनिटी मजबूत हो सकती है। पैरों में अनानास और पपीता खाना नहीं चाहिए। एडेड शुगर से भरपूर ड्रिंक्स का सेवन करना चाहिए। कुल मिलाकर पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भी स्वास्थ्य को अच्छा रखा जा सकता है।

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