सेहत – पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है ग्वार की फली, चूहों के लिए ‘अमृत’ समान है

जयपुर. ग्वार राजस्थान में उगने वाली एक प्रमुख फसल है, जिसकी सब्जी भी बनाई जाती है। ग्वार की फली का उपयोग भारतीय व्यंजनों में विभिन्न प्रकार के रोल, कैरी, और व्यंजनों में किया जाता है। ग्वार का फली स्वाद में हल्की कड़वी होती है, लेकिन यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
ग्वार की सब्जी बनाने की विधि
ग्वार की फली की सब्जी बनाने के लिए 250 ग्राम ग्वार की फली, आलू के छोटे टुकड़े, तेल 2 बड़े चम्मच, जीरा 1/2 चम्मच, हींग एक चुटकी, हल्दी पाउडर 1/4 चम्मच, लाल मिर्च पाउडर 1/2 चम्मच, धनिया पाउडर 1 चम्मच, नमक का स्वाद, टमाटर 1 (कटा हुआ), अदरक-लहसुन पास्ता: 1 चम्मच की आवश्यकता होती है।
ग्वार की फली सब्जी कैसे बनाएं
ग्वार की फली को ढोकर छोटी सी सब्जी में काट लें। इसे पानी में ऊंचा लें और अच्छा लें के लिए थोड़ा सा नर करें। इसके बाद मसाले में तेल गर्म करें और इसमें जीरा और हींग डालें, फिर अदरक-लहसुन पेस्ट स्टाक स्टिक, हल्दी, लाल मिर्च, और धनिया पाउडर स्टोमिनल अच्छी तरह से स्टफ करें। इसके बाद सकली हुई गवार और आलू डाले, इसे मसाले में अच्छे से पकाया। इसके बाद टमाटर और सब्जियों को 10-12 मिनट तक बेसन पर पकाया जाता है. ग्वार की सब्जी को रोटी या पराठे के साथ तैयार करें।
ग्वार का अन्य उपयोग
इससे चना दाल के साथ पककर स्वादिष्ट व्यंजन बनाया जा सकता है. इसके अलावा ग्वार गम तैयार किया जाता है, जिसका उपयोग पुस्तकालय और खाद्य पदार्थों में होता है। इसका फली का अचार लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है। ग्वार स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक सब्जी है, जिसे आसानी से कोई भी आहार का हिस्सा बना सकता है।
ग्वार की सब्जी के फायदे
आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। ग्वार में प्रचुर मात्रा में होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। इससे कब्ज, गैस और पेट की अन्य समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। इसके अलावा सब्जी का सेवन भी बहुत ही स्वादिष्ट होता है. इसमें ‘ग्वार गम’ नामक घटक होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है।
इलेकस्ट को कम करे ग्वार की फली
यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को नियंत्रित करता है। ग्वार में मौजूद अनाज और पोटैशियम हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक हैं। इसमें कैलोरी कम और मोटापा अधिक होता है, जिससे यह वजन के लिए उपयुक्त होता है। यह लंबे समय तक पेट भरने में मदद करता है और असाध्य भूख को कम करता है। ग्वार में कैल्शियम और फास्फोरस जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो जोड़ों को मजबूत बनाते हैं। यह ऑस्टियोपोरोसिस जैज़ स्केल को रोकने में सहायक है।
पहले प्रकाशित : 30 नवंबर, 2024, 07:51 IST
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