सेहत – जहरीली हवा से हो सकती है ये गंभीर बीमारी! डॉक्टर ने चेतावनी दी, तुरंत हो संभावित

सीओपीडी के कारण और उपचार: दिल्ली- दिल्ली समेत देश के शहरों में एयर पॉल्यूशन की हालत खराब है। पिछले कई हफ्तों से शहरों में हवा का जहर फैल रहा है और इससे लोगों पर कई तरह की परेशानियां का खतरा बढ़ रहा है। पॉल्यूशन का सबसे अधिक प्रभाव फेफड़ों पर पड़ता है और त्वचा वायु से जुड़ी कई गंभीर बीमारियाँ पैदा हो सकती हैं। हेल्थ डायबिटीज़ के लक्षण तो इन दिनों क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) के मामले बढ़ रहे हैं और इसके कारण वायु प्रदूषण भी हो सकता है। इससे जुड़ी कई जरूरी बातें डॉक्टर से जान लें।

ग्रेटर के फोर्टिस हॉस्पिटल के पल्मोनियोलॉजी डॉ. गुप्ता ने बताया राजेश सीओपीडी यानी क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज एक ऐसी बीमारी है, जिससे फेफड़े प्रभावित होते हैं और सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इस बीमारी में फेफड़ों के वायुमार्ग में सूजन आ जाती है और इससे घाव हो जाते हैं। ऐसे में लोगों को खांसी, घरघराहट, सांस की तकलीफ और बलगम बनने की समस्या होती है। वायु प्रदूषण सीओपीडी अधिक मात्रा में उत्पन्न हो सकता है, क्योंकि जब वायु प्रदूषण तत्व फेफड़ों के माध्यम से शरीर के भीतर पहुंचता है, तब यह तत्व फेफड़ों के वायु मार्ग को नुकसान पहुंचाता है और सूजन पैदा करता है। ऐसे में लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। वायु प्रदूषण सीओपीडी को भी ट्रिगर किया जा सकता है।

डॉक्टर ने बताया कि एयर पॉल्यूशन से सीओपीडी के मामलों की संख्या बढ़ रही है। स्मॉग सीओपीडी पूर्वी क्षेत्र में एक खतरनाक संयोजन है क्योंकि स्मॉग सीओपीडी पूर्वी क्षेत्र में खतरनाक स्थिति है। ठंड के मौसम में पॉल्यूशन खांसी, घरघराहट, सांस की तकलीफ, सीने में जकड़न जैसी दवा को बढ़ावा मिलता है, जिससे अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ सकती है। एयर पॉल्यूशन की वजह से फेफड़े की कार्यक्षमता कम हो सकती है और लंबे समय तक प्रदूषण से फेफड़े को गंभीर नुकसान हो सकता है। एयर पॉल्यूशन से बचाव इस समस्या से बचाव हो सकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि सीज़िक एयर सीओपीडी से पीड़ित रोगी की कंडीशन खराब हो सकती है और इससे रीढ़ की हड्डी में क्षति हो सकती है। अगर किसी को खांसी, घरघराहट, सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न और बलगम ज्यादा हो रहा है, तो ये सीओपीडी के लक्षण हो सकते हैं। सीओपीडी वाले रोगी वायु प्रदूषण के प्रति विशेष रूप से प्रेरित होते हैं। एयर पॉल्यूशन से बचने के लिए पॉल्यूशन वाले एशिया में न रहें और घर के अंदर रहें। हवा के झोंके हो, तो बाहर फिजियोएक्टिविटी के लिए और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें। इसके अलावा घर का वातानुकूलित सामान और धूम्रपान से मुक्ति। ऑर्थोडॉक्स चेकअप, फर्म लाइफस्टाइल और डॉक्टर द्वारा दी गई दवा लेने से सीओपीडी से राहत मिल सकती है।

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