इमाम मो. फिरोज की पुलिस द्वारा बर्बर पिटाई पुलिस के भाजपाकरण के खतरनाक संकेत : इंसाफ़ मंच. संवाददाता-राजेन्द्र कुमार ।बेतियां ।

9 फरवरी को बापू सभागार बेतिया में बदलो बिहार समागम और 2 मार्च को गाधीं मैदान में बदलो बिहार महाजुटान को सफल करने का आह्वान

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बदलो बिहार महाजुटान और अल्पसंख्यक समाज की भूमिका विषय पर बेतिया भाकपा-माले कार्यालय आइटीआइ में अनुमंडलीय स्तर पर जन कन्वेंशन का आयोजन किया गया. जन कन्वेंशन को संबोधित करते हुए इंसाफ मंच के जिला अध्यक्ष अखतर इमाम ने भाजपा और नितीश कुमार की डबल इंजन की सरकार पर जमकर हमला बोला. आगे कहा कि पुलिस द्वारा मधुबनी के कटैया में इमाम मो. फिरोज की बेरहमी से की गई है. इस पिटाई को पुलिस के भाजपाकरण का खतरनाक संकेत है. वाहन चेकिंग के नाम पर एक नौजवान की पकड़कर बर्बर पिटाई न केवल गैर कानूनी है, बल्कि संविधान का अपमान है. पुलिस का काम गाड़ी पकड़ना या फाइन चार्ज करना हो सकता है लेकिन फिजिकल एसॉल्ट का कोई अधिकार उसे नहीं है. उन्होंने कहा कि जब पुलिसवर्दी की आड़ में गुंडागर्दी करने लगे, तो यह कानून के राज का नहीं, बल्कि आतंक के राज का संकेत है. यह घटना पुलिस के मुस्लिम विद्वेष और सांप्रदायिक मानसिकता को दर्शाती है, जो न्यायप्रिय समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है. आगे कहा कि समाज के हर तपका में बदलाव का छटपटाहट तेज़ हो गई है. इस लिए 9 फरवरी को बेतिया बापू सभागार में बदलो समागम में और 2 मार्च को गांधी मैदान पटना में बदलो बिहार महाजुटान में ऐतिहासिक भागिदारी करने के संकल्प को दुहराई।

इंसाफ मंच जिला सचिव फरहान राजा ने कहा कि अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएं. बिहार में नफरत और आतंक की राजनीति नहीं चले इसके लिए बिहार को बदलने के लिए पटना गाधीं मैदान में ऐतिहासिक महाजुटान में ऐतिहासिक भागिदारी करने का किया आह्वान किया ।

इंसाफ मंच जिला उपाध्यक्ष डा. मूजबुर्रहमान ने कहा कि इंसाफ मंच, चाहे वह संविधान और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई हो, वक्फ बोर्ड संशोधन बिल हो या बाबरी मस्जिद शहादत, सीएए- एनआरसी, कश्मीर में 370 धारा और लॉक डाउन, मोबलिंचिंग, कॉमन सिविल कोड, नफरत और सांप्रदायिक हिंसा की राजनीति, संभल विवाद, एनआईए द्वारा निर्दोष अल्पसंख्यक लोगों की गिरफ्तारी व दलितों, आदिवासीयों, महिलाओं पर हो रहें जुल्म जैसे कोई मामला हो, उस लड़ाई में इंसाफ मंच आगे है। आज बिहार को एक बड़े बदलाव की जरूरत है, जिसके लिए पूरे बिहार की जनता लड़ रही है। ऐसी स्थिति में इंसाफ मंच के बैनर तले अल्पसंख्यक समाज बिहार को बदलने की लड़ाई में ऐतिहासिक भूमिका अदा करेगा इस मौका पर जिला उपाध्यक्ष अफाक अहमद, महम्मद सलामत, उपाध्यक्ष रूस्तम अली, सह सचिव महम्मद शदाम, शेख अब्दुल्ला, शेख रफी अहमद, सभी अहमद साहेब, महम्मद नवाज़, समसुल होदा साहेब, पलट मियां, कलाम, एकराम अंसारी, हदीश हवारी, जुनाब मियां, इसराइल मियां फिरोज मियां आदि लोगों ने बदलो बिहार समागम और बदलो बिहार महाजुटान को सफल बनाने का संकल्प लिया।

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