National-Budget 2025-26: बजट में ग्रोथ बढ़ाने के उपायों से फिस्कल डेफिसिट बढ़ता है तो मार्केट पर खराब असर नहीं पड़ेगा – #INA

यूनियन बजट 2025 पेश होने से पहले स्टॉक मार्केट में उतारचढ़ाव जारी है। बजट पेश होने के बाद मार्केट में उतारचढ़ाव कम होने की उम्मीद है। सरकार इकोनॉमिक ग्रोथ बढ़ाने के लिए बजट में बड़े ऐलान कर सकती है। ईस्टी एडवाइजर्स के इनवेस्टमेंट हेड विवेक शर्मा का कहना है कि अगर ग्रोथ बढ़ाने के उपायों से फिस्कल डेफिसिट थोड़ा बढ़ जाता है तो भी मार्केट इसे खराब नहीं मानेगा। मनीकंट्रोल ने यूनियन बजट, स्टॉक मार्केट और इकोनॉमी के बारे में शर्मा से व्यापक बातचीत की।

यह गिरावट खरीदारी का मौका है

उन्होंने कहा कि इनफ्लेशन मे कमी आ रही है। इंडियन इकोनॉमी ग्रोथ के रास्त पर है। ऐसे में सरकार अगर इकोनॉमिक ग्रोथ बढ़ाने के लिए फिस्कल स्ट्रेटेजी में बदलाव करती है तो इनवेस्टर्स इसका स्वागत करेंगे। मार्केट में गिरावट के बारे में उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह गिरावट खरीदारी का मौका होना चाहिए। ट्रेडिंग और इनवेस्मेंट का दो दशकों का अनुभव रखने वाले शर्मा का मानना है कि शेयर बाजार से उन लोगों को मुनाफा होता है, जिनके पास धैर्य और अनुशासन होता है।

मार्केट में धैर्य और अनुशासन सबसे जरूरी

क्या शेयर बाजार में गिरावट अब खत्म होने के करीब है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अभी हमने मार्केट में सबसे बुरा दौर नहीं आया है। 100 फीसदी मुनाफे के बाद 10 फीसदी की गिरावट को बहुत खराब नहीं कहा जा सकता। दरअसल, मार्केट सबसे पहले धैर्य चाहता है। जिन लोगों ने कोविड के बाद मार्के में एंट्री ली है, उन्होंने यह नहीं देखा है कि मार्केट में किस तरह की चुनौतियां आ सकती हैं। उदाहरण के लिए Nifty Smallcap 100 Index जनवरी 2018 से मार्च 2023 के बीच फ्लैट रहा। इसका मतलब है कि जनवरी 2018 से पहले निवेश करने वाले लोगों को अगले 5 साल तक कोई रिटर्न नहीं मिला था। इसके बाद मार्च 2023 से यह इंडेक्स हाल की गिरावट से पहले दोगुना हो गया।

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उतारचढ़ाव से चिंता करने की जरूरत नहीं

उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि मार्केट का सबसे बुरा दौर बीत चुका है या यह अभी आने वाला है। लेकिन, लंबी अवधि के निवेशकों को इससे फर्क नहीं पड़ता है। मार्केट में गिरावट को कम वैल्यूएशन पर निवेश के मौके के रूप में देखना चाहिए। इससे डरना नहीं चाहिए। अगर लंबी अवधि के लिहाज से और अनुशासन के साथ निवेश किया जाए तो फिर मार्केट में उतारचढ़ाव को लेकर कोई चिंता नहीं रह जाती है। इसके उलट यह लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन के लिए एक मौका हो सकता है।

Budget 2025-26: बजट में ग्रोथ बढ़ाने के उपायों से फिस्कल डेफिसिट बढ़ता है तो मार्केट पर खराब असर नहीं पड़ेगा


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