Petticoat Cancer: क्या है पेटीकोट कैंसर, महिलाओं के लिए जारी खौफनाक चेतावनी, बचना है तो भूलकर भी न करें ये काम #INA

Petticoat Cancer: अगर आप साड़ी पहनने की शौकीन हैं, तो ये खबर आपके लिए ही है. ऐसी महिलाओं के लिए डॉक्टर्स ने खौफनाक चेतावनी जारी की है. हाल ही में एक रिसर्च भी पब्लिश हुआ है, जो साड़ी और पेटीकोट पहनने वाली महिलाओं को सोचने पर मजबूर कर सकता है. उसमें दावा किया है कि कमर के चारों ओर कसकर साड़ी पहनने से स्कीन संबंधी रोग हो सकते हैं और यहां तक कि एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर भी हो सकता है, जिसे पेटीकोट कैंसर या साड़ी कैंसर कहा जाता है. आइए जानते हैं कि ये पेटीकोट कैंसर क्या है.

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क्या है पेटीकोट कैंसर?

पेटीकोट कैंसर को मेडिकल भाषा में मार्जोलिन अल्सर कहा जाता है. ये तब होता है जब साड़ी के नीचे पेटीकोट को कमर के चारों और बहुत कसकर बांधा जाता है. हालांकि ये बहुत दुर्लभ बिमारी है, फिर भी महिलाओं को इसके लेकर सचेत रहना चाहिए. आमतौर पर ये कैंसर शरीर के मध्य भाग या कमर पर होती है. जब पेटीकोट की डोरी लगातार पेट पर एक ही जगह पर बंधी रहती है, तो इससे त्वचा में जलन हो सकती है, जो आगे चलकर मार्जोलिन अल्सर का रूप ले सकती है.

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पेटीकोट कैंसर के लक्षण

भारत में अधिकतर महिलाएं साड़ियां पहनती हैं. ऐसे में उनमें से पेटीकोट कैंसर के मामले देख जा रहे हैं. इसके लक्षण में पेटीकोट को कमर के चारों ओर जहां बांधा जाता है कि वहां स्किन में चलन और खुलजी होती है. शुरुआत में ये लक्षण कम महसूस होते हैं, लेकिन बाद में ये कई गुना बढ़ जाते हैं. साथ ही कमर के चारों ओर एक काली परत (पिगमेंटेशन) भी दिखने लगती है. अगर आपको ये लक्षण दिख रहे हैं, तो बिना देरी किए डॉक्टर को जरूर दिखाएं.

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पेटीकोट कैंसर से कैसे बचें

अगर महिलाएं पेटीकोट कैंसर से बचना चाहती हैं, तो उनको भूलकर भी बहुत ज्यादा कसकर पेटीकोट नहीं बांधना चाहिए. उनको पेटीकोट में डोरी की जगह चौड़े कमरबंद का इस्तेमाल करना चाहिए. साथ ही उनको कमर के चारों जहां पेटीकोट बंधा रहता है, वहां अधिक सफाई बनाए रखनी चाहिए और वहां धूल और पसीना को भी जमने नहीं देना चाहिए.

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