कबीरधाम जिले में धान खरीदी पर संकट के बादल छाए हुए हैं, क्योंकि जिले के अधिकांश खरीदी केंद्र में बारदाना की कमी है। ऐसे में सरकार द्वारा किसानों से ही बारदाना खरीदी की जाएगी। इसके एवज में किसानों को 25 रुपये प्रति जूट बारदाना के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। शनिवार को प्रदेश के खाद्य सचिव अंबलगन पी ने सभी जिलों के कलेक्टरों और संबंधित अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में यह जानकारी दी है।
उन्होंने कलेक्टर को निर्देश दिए कि जूट बारदाने के इस अतिरिक्त भुगतान की जानकारी समिति व ग्राम स्तर के प्रभारी अधिकारियों के माध्यम से दी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को उनके अधिकार की पूरी जानकारी मिले और वे इस योजना का लाभ उठा सकें। किसानों को धान खरीदी में आवश्यक परेशानी नही होनी चाहिए। धान के अवैध परिवहनों पर कड़ी निगरानी रखे व इनसे जुड़े लोगों पर कार्रवाई करें। सूचना तंत्र मजूबत बनाएं। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में मिलरों द्वारा उठाए गए धान के चावल को 30 नवंबर 2024 तक एफसीआई व नागरिक आपूर्ति निगम के संबंधित केंद्रों में जमा करने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए।
अब तक की 4.9 लाख क्विंटल धान खरीदी
कबीरधाम कलेक्टर गोपाल वर्मा ने वीडियो कांफ्रेंस बैठक में बताया कि जिले में 108 धान खरीदी केन्द्र के माध्यम से खरीदी जारी है। अब तक 8 हजार 217 पंजीकृत किसान से 4 लाख 9 हजार 600 क्विंटल धान खरीदी कर चुके है। 25 नवंबर को सभी केंद्रों पर 2 हजार 767 टोकन जारी किए गए हैं, जिनके माध्यम से 1 लाख 34 हजार 747 क्विंटल धान की खरीदी होगी। इस वर्ष जिले में 7 हजार 280 नए किसानों ने पंजीयन कराया है। अब तक कुल 1 लाख 24 हजार 787 किसानों ने अपने 1 लाख 24 हजार 411 हेक्टेयर रकबे में उपजाए गए धान को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पंजीकरण कराया है।