Noida – बीवी-बच्चों के साथ होटल में कर रहा था मस्ती, रॉ और पश्चिम बंगाल से निकला कनेक्शन – #INA
Noida News :
नोएडा पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जो खुद को भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 2000 बैच का अधिकारी और रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) में डीआईजी स्तर का अधिकारी बताकर लोगों को धोखा दे रहा था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान इंद्रानिल रॉय के रूप में हुई है, जो पश्चिम बंगाल के परगना जिले का निवासी है। पुलिस ने आरोपी के पास से एक फर्जी आईडी भी बरामद की है, जिसे वह अपने स्वार्थी उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करता था। नोएडा पुलिस की गिरफ्तार वाली टीम में इंस्पेक्टर और दरोगा समेत सिपाही मौजूद रहे।
कैसे हुआ फर्जी आईपीएस अधिकारी का पर्दाफाश
एडीसीपी मनीष मिश्र ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-49 थाने की पुलिस को सूचना मिली थी कि सेक्टर-51 के एक होटल में रुके एक व्यक्ति ने किराया मांगने पर खुद को रॉ का डीआईजी अधिकारी बताया। व्यक्ति ने होटल के कर्मचारियों पर रौब जमाने की कोशिश की। इंद्रानिल रॉय खुद को एक उच्च पदस्थ अधिकारी के रूप में पेश कर रहा था। साथ में कर्मचारियों से कहा कि वह उन्हें अच्छी सरकारी नौकरियों में लगवा सकता है।
मौके पर जांच की तो..
सूचना मिलते ही पुलिस की टीम ने क्वाडिस एच-22 (सेक्टर-51) स्थित होटल पर तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपी से बातचीत की और उसकी आईडी की जांच की, जो फर्जी साबित हुई। इसके बाद पुलिस ने इंद्रानिल रॉय को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ के दौरान इंद्रानिल रॉय ने बताया कि वह पहले ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करता था, लेकिन पिछले कुछ सालों से उसे लगातार नुकसान हो रहा था। आर्थिक तंगी से बचने और अपनी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए उसने फर्जी आईडी बनवाई ताकि वह जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल कर सके।
परिवार के साथ होटल में रुका था आरोपी
गिरफ्तारी के समय इंद्रानिल रॉय होटल में अपनी पत्नी और बच्चे के साथ रुका हुआ था। पुलिस के अनुसार यह व्यक्ति पहले भी गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में इसी तरह के फर्जीवाड़े का प्रयास कर चुका है, जहां वह एक होटल में अपने परिवार के साथ रुका था और वहां भी किराया देने से बचने की कोशिश की थी। नोएडा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इंद्रानिल रॉय ने और कहां-कहां इस फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया है और उससे जुड़े अन्य मामलों का भी खुलासा करने की कोशिश कर रही है।
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
Source link