Noida – लखनऊ में होना होगा पेश, हैसिंडा मामले में होगी पूछताछ – #INA

नोएडा के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह को ईडी ने किया तलब : 

लखनऊ में होना होगा पेश, हैसिंडा मामले में होगी पूछताछ 

Noida/Lucknow :
प्रवर्तन निदेशालय ईडी की छापेमारी में करोड़ों रुपये के हीरे, नकदी और आभूषण बरामद होने के बाद नोएडा प्राधिकरण के पूर्व सीईओ व सेवानिवृत्त आईएएस मोहिंदर सिंह पर शिकंजा कसता जा रहा है। जल्द ही मोहिंदर सिंह को ईडी के सामने पेश होना पड़ सकता है। लखनऊ में ईडी द्वारा मोहिंदर सिंह से हैसिंडा मामले में पूछताछ करने की तैयारी की जा रही है। 

सवालों की लंबी फेहरिस्त तैयार 

सूत्रों के मुताबिक हैसिंडा और लोट्स 300 मामले में मोहिंदर सिंह से पूछताछ करने के लिए ईडी की तरफ से सवालों की लंबी फेहरिस्त तैयारी कर ली गई है। ईडी से सामना होने पर मोहिंदर सिंह को एक के बाद एक करीब सौ से अधिक सवालों के जवाब देने पड़ेंगे। 426 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के इस मामले में मोहिंदर से पूछताछ के बाद नोएडा अथॉरिटी में सीईओ के पद पर तैनात रहे कई अन्य आईएएस अफसरों से भी पूछताछ हो सकती है। इनमें संजीव सरन, रमा रमण और उनके बाद तैनात अफसर शामिल हैं। 

जांच के दायरे में आएंगे ग्रुप हाउसिंग विभाग के अधिकारी 

ईडी द्वारा की जा रही जांच के दायरे में अभी कई और विभाग के अधिकारी आने बाकी हैं। हैसिंडा प्रोजेक्ट से संबंधित कामकाज देखने वाले नोएडा अथॉरिटी के ग्रुप हाउसिंग विभाग से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। जिस समय कंपनी के निदेशकों को बदला गया, उस समय नोएडा अथॉरिटी से इसकी अनुमति ली गई थी या नहीं, अगर अनुमति ली गई थी, तो अनुमति किस स्तर से दी गई थी, इसकी भी जांच होनी बाकी है। 

निवेशकों से हुई थी 426 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी 

ईडी की जांच में अब रियल एस्टेट कंपनी हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (एच.पी.पी.एल.) की लोट्स 300 परियोजना के जरिये निवेशकों से 426 करोड़ रुपये की धोखाधडी के मामले में एक और नाम सामने आया है। शिकंजे में आए पूर्व आईएएस मोहिंदर सिंह ने ईडी की पूछताछ में एक और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी का नाम लिया है। जानकारी मिली है कि इस अधिकारी ने काली कमाई को विदेश में होटल व्यवसाय में निवेश किया है। मोहिंदर सिंह ईडी को बताया कि इस अधिकारी की तैनाती उनके बाद हुई थी। ईडी जल्द इस अधिकारी से भी पूछताछ करेगी।

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

Source link

Back to top button