Noida – पत्नी और दो बेटियों को तेजाब डालकर जलाया था जिंदा, जानिए पूरा मामला – #INA

Greater Noida News :
गौतमबुद्ध नगर में सुरजपुर स्थित जिला न्यायालय ने पत्नी व दो बेटियों की तेजाब डालकर आग लगाकर हत्या करने वाले आरोपी दरिंदे को उम्रकैद की सजा सुनाई है। उस पर 56 हजार का अर्थदंड लगाया गया है। केस की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने मामले में महिला की सास-ससुर व दो देवर को दो-दो साल की सजा सुनाई है। 

जनवरी 2011 में की थी हत्या

जिला सहायक शासकीय अधिवक्ता रतन सिंह भाटी ने बताया कि 12 जनवरी 2011 को बादलपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली भूमिका व उसकी दो बेटियों साक्षी व प्राची की हत्या कर दी गई। दोनों बेटियां नाबालिग थी। यह हत्या दोनों बेटियों के पिता व भूमिका के पति ओमदत्त उर्फ पिंटू ने की थी। आरोपी ने जब घटना को अंजाम दिया तो वह यह कहकर तीनों को घर से लेकर आया था कि नानी के यहां जाना है। भूमिका व ओमदत्त की शादी वर्ष 2004 में हुई थी। दोनों की दो बेटियां व एक बेटा था। 

पहले पत्नी को मारा

घटना वाली रात आरोपी ओमदत्त बाइक पर लेकर पत्नी भूमिका व दो बेटियों को निकला। रास्ते में पहले पत्नी का गला दबाया और फिर दोनों बेटियों साक्षी व प्राची का गला दिया। तीनों की हत्या करने के बाद उन पर तेजाब डाला और आग लगा दी। आग लगाने के बाद शव को नहर में फेंक दिया। तेजाब की चपेट में आने से उसकी बाइक भी जल गई थी। पुलिस ने मामले में जली हुई बाइक बरामद की थी।

 

दुरियाई गांव में थी भूमिका की ससुराल

आरोपी ओमदत्त बादलपुर थाना क्षेत्र के दुरियाई गांव का रहने वाला है। भूमिका अपने ससुराल में कई बार पिट भी चुकी थी, लेकिन रिश्ता बचाने के चक्कर में वह पति के साथ रह रही थी।

आज तक नहीं मिला प्राची का शव

घटना में जान गंवाने वाले प्राची का शव आज तक बरामद नहीं हुआ है। कोर्ट में बयान इकबालिया में ओमदत्त ने माना है कि उसकी पत्नी के साथ दोनों बेटियों की भी हत्या कर दी थी और शव को नहर में फेंक दिया था।

 

17 गवाह हुए पेश 

आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में सुनवाई के दौरान 17 गवाह पेश हुए। पुलिस ने 500 पन्नों की चार्जशीट आरोपियों के खिलाफ दाखिल की थी। सुनवाई के दौरान पुलिस ने अपना पक्ष मजबूती से रखा और आरोपियों को सजा सुनाई गई है।

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

Source link

Back to top button