Noida – ईडी अटैच कर सकता है सारी प्रॉपर्टी, जानिए पूरा मामला – #INA
Noida News :
नोएडा के ग्रेट इंडिया पैलेस (GIP) मॉल पर एक बार फिर से संकट के बादल मंडरा रहे हैं। आशंका है कि मॉल की सारी प्रॉपर्टी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) अटैच कर सकता है। यह मॉल यूनिटेक ने बनाया था और इस कंपनी पर ED शिकंजा कस चुकी है।
335 करोड़ रुपये की संपत्ति की गई कुर्क
ED ने कहा कि यूनिटेक समूह के संजय चंद्रा और अजय चंद्रा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर फ्लैट बायर्स, इन्वेस्टर, और बैंकों से मिली धनराशि को अवैध रूप से स्थानांतरित किया था। जिससे 7,612 करोड़ की आय हुई थी। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि यूनिटेक इंटरनेशनल रियल्टी फंड (यूआईआरएफ) चंद्रा परिवार द्वारा खुद की कंपनियों ऑरम एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड और यूनिवेल लिमिटेड (केमैन द्वीप) के जरिये स्थापित एक फंड था। जिसे यूनिटेक लिमिटेड को फ्लैट बायर्स से मिली धनराशि को ट्रांसफर करने के लिए बनाया था। जांच के दौरान ईडी ने यूआईआरएफ की कंपनियों को आगरा, वाराणसी, मोहाली और चेन्नई में सौंपे गए भूमि अधिकारों सहित 319 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की। यूनिटेक लिमिटेड ने सहाना बिल्डर्स को भी 16 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए, जो वापस यूनिटेक लिमिटेड को मिलने थे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जांच कर रही ईडी
मंगलवार को ईडी ने यूनिटेक की 335 करोड़ रुपये प्रॉपर्टी कुर्क कर ली है। ईडी ने एक बयान में कहा कि यूआईआरएफ और सहाना बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ी 319 करोड़ रुपये और 16 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अनंतिम आदेश जारी किया गया है। यह मामला दिल्ली पुलिस और सीबीआई की ओर से यूनिटेक लिमिटेड और अन्य के खिलाफ दर्ज एफआईआर के बाद शुरू हुआ है। ईडी की जांच 18 दिसंबर 2019 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर की जा रही है।
पहले भी अटैच हुई है जीआईपी मॉल की प्राॅपर्टी
यूनिटेक की 355 करोड़ रुपये की प्राॅपर्टी अटैच किए जाने से पहले भी ईडी की तरफ से यूनिटेक के जीआईपी मॉल की प्रॉपर्टी को अटैच किया जा चुका है। मॉल के एम्यूजमेंट पार्क वाले हिस्से को 400 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़े एक मामले में अटैच किया था। मामला मनी लॉंड्रिग से जुड़ा बताया जा रहा है। इंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड के तहत आने वाला जीआईपी मॉल का कमर्शियल स्पेस करीब 3,93,737.28 वर्ग फीट है।
कंपनी पर हैं गंभीर आरोप
यूनिटेक कंपनी पर आरोप है कि उसने लोगों को सस्ते दामों पर दुकान और प्लॉट देने के लिए निवेशकों से करीब 400 करोड़ रुपये लिए थे। यह प्लॉट और दुकान नोएडा और गुरुग्राम में दिए जाने थे। लेकिन इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड के प्रोजेक्ट अब तक अधूरे हैं और इन्वेस्टर को कोई धनराशि वापस नहीं मिली। बताया जा रहा है कि धोखाधड़ी की इसी शिकायत के आधार पर ईडी ने यह कार्रवाई की है।
एनसीएलटी के कब्जे में है मॉल
यूनिटेक के जीआईपी मॉल की सारी प्राॅपर्टी ईडी द्वारा अटैच की जा सकती है, लेकिन इसमें एक तकनीकी पहलू फंस सकता है। जीआईपी मॉल की प्रॉपर्टी वर्तमान में एनसीएलटी के कब्जे में है। ऐसे में इस प्रॉपर्टी को किसा तरीके से और कब अटैच करेगा, इस पर अभी कानूनी विशेषज्ञों के साथ विचार विमर्श किया जा रहा है।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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