Noida – कैमरों की मदद से यातायात रहेगा स्मूथ, स्मार्ट होगा ट्रैफिक मैनेजमेंट – #INA
Noida News :
दादरी और बुलंदशहर के 84 गांवों की जमीन पर दादरी, नोएडा, गाजियाबाद इनवेस्टमेंट रीजन (DNGIR) यानि न्यू नोएडा बसाया जाना प्रस्तावित हैl योगी सरकार से मंजूरी मिलने के बाद नोएडा प्राधिकरण ने प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। न्यू नोएडा में स्मार्ट और इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रणाली स्थापित की जाएगी। नोएडा अथॉरिटी और स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया है। जिससे मास्टर प्लान में ट्रैफिक मैनेजमेंट को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
ट्रैफिक मैनेजमेंट पर खास ध्यान
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि न्यू नोएडा को विदेश के आधुनिक शहरों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। हर वर्ग के लिए अलग योजनाएं होंगी। नोएडा और ग्रेटर नोएडा की खामियों को इस परियोजनाओं में दूर किया जाएगा। इसमें ट्रैफिक मैनेजमेंट का खास ध्यान रखा गया है। नोएडा की तुलना में न्यू नोएडा में एक डिजिटल और स्मार्ट यातायात व्यवस्था स्थापित करने जा रहे हैं। इंटीग्रेटेड सर्विलांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ISTMS) के तहत क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले सर्विलांस कैमरे स्थापित किए जाएंगे।
यातायात की रहेगी निगरानी
अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना के तहत स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल, रियल-टाइम ट्रैफिक मैनेजमेंट और क्राउड मैनेजमेंट जैसी सुविधाएं शामिल की जाएंगी। कैमरों की मदद से न केवल यातायात की निगरानी की जाएगी, बल्कि असामाजिक गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी। यह परियोजना न्यू नोएडा के यातायात प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
चार चरण में विकास
सीईओ डॉ. लोकेश एम ने बताया कि नए नोएडा का विकास गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के 84 गांवों में किया जाएगा। यह विकास कार्य चार चरणों में वर्ष 2041 तक पूरा किया जाना है। प्रथम चरण में 2027 तक 3,165 हेक्टेयर भूमि का विकास किया जाएगा। द्वितीय चरण में 2032 तक 3,798 हेक्टेयर, तृतीय चरण में 2037 तक 5,908 हेक्टेयर और अंतिम चरण में 2041 तक 8,230 हेक्टेयर भूमि का विकास किया जाएगा।
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
Source link