यूपी- ‘अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गड़बड़ी…’, मुजफ्फरनगर में दुकानों पर नेमप्लेट विवाद में मुख्तार अब्बास नकवी की पुलिस को नसीहत – INA
यूपी की मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा को लेकर एक आदेश जारी किया है. इसमें कहा है कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर ढाबे वाले और खाने-पीने की चीजें वाले ठेलेवालों को अपना नाम लिखना होगा. इसको लेकर मुजफ्फरनगर ही नहीं पूरे सूबे में सियासी घमासान मचा हुआ है. विपक्ष के आरोपों के बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी पुलिस पर सवाल उठाए हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गड़बड़ी वाली… अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं. आस्था का सम्मान होना ही चाहिए. मगर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए.
जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात
इसी पोस्ट में नकवी ने एक दोहा भी लिखा है, उन्होंने लिखा, ‘जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात. रैदास पूत सब प्रभु के, कोए नहिं जात कुजात’. मुजफ्फरनगर पुलिस ने आदेश दिया है कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर सभी भोजनालयों के मालिक अपना नाम लिखें. ताकि भ्रम की स्थिति न हो.
कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गडबड़ी वाली ..अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं…आस्था का सम्मान होना ही चाहिए,पर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए….”जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात।
रैदास पूत सब प्रभु के,कोए नहिं जात कुजात।।— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) July 18, 2024
जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है?
मुजफ्फरनगर पुलिस के आदेश को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी हमला बोला है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने कहा,’…और जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा?माननीय न्यायालय स्वत: संज्ञान ले और ऐसे प्रशासन के पीछे के शासन तक की मंशा की जांच करवाकर उचित दंडात्मक कार्रवाई करे. ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं, जो सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं’.
नाजी जर्मनी में दुकानों और घरों पर निशान बनाते थे
हिंदी सिनेमा के दिग्गज पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने भी मुजफ्फरनगर पुलिस पर हमला बोला है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में जावेद अख्तर ने लिखा, मुजफ्फरनगर यूपी पुलिस को आने वाले दिनों में धार्मिक यात्रा मार्ग पर दुकानों, रेस्टोरेंट और यहां तक कि वाहनों पर मालिक का नाम लिखने का निर्देश दिया गया है. ऐसा क्यों? इसी पोस्ट में उन्होंने आगे लिखा कि नाजी जर्मनी में सिर्फ विशेष दुकानों और घरों पर निशान बनाते थे.
Muzaffarnagar UP police has given instructions that on the route of a particular religious procession in near future all the shops restaurants n even vehicles should show the name of the owner prominently and clearly . Why ? . In Nazi Germany they used to make only a mark on
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) July 18, 2024
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इस मामले में बसपा प्रमुख मायावती ने पुलिस और सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा किपश्चिमी उत्तर प्रदेश और मुजफ्फरनगर जिले के कांवड़ यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सभी होटल, ढाबा, ठेला आदि के दुकानदारों को मालिक का पूरा नाम प्रमुखता से प्रदर्शित करने का नया सरकारी आदेश एक गलत परंपरा है, जो सौहार्दपूर्ण वातावरण को बिगाड़ सकता है. जनहित में सरकार इसे तुरंत वापस ले.
मुजफ्फरनगर एसएसपी का बयान
मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक सिंह ने सोमवार को कहा था कि जिले में कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जिले में करीब 240 किलोमीटर लंबा कांवड़ मार्ग है, जिस पर स्थित सभी होटल, ढाबे, ठेले वालों से अपने मालिकों या फिर वहां काम करने वालों के नाम प्रदर्शित करने के लिए कहा गया है. यह इसलिए जरूरी है ताकि कांवड़ियों के मन में कोई भ्रम न रहे.