यूपी- फास्ट-फूड खिलाने नहीं ले जाता पति, ससुराल छोड़कर मायके पहुंची पत्नी, पुलिस ने ऐसे कराई सुलह – INA
मोबाइल फोन की लत की तरह फास्ट फूड भी लोगों के जीवन का हिस्सा बन गया है. कुमार सानु का एक गाना है, ‘दिल है कि मानता नहीं…’ कुछ लोगों का हमेशा ही फास्ट फूड खाने का मन करता रहता है तो कुछ लोग महकती उस चाट की दुकान से गुजरते हुए अपने आप को रोक नहीं पाते और पानी-पुरी और दही-भल्ले भी अपनी विश लिस्ट में ऐड कर लेते हैं. वहीं फास्ट फूड की इस कदर लत कि इसके लिए अपने पति और ससुराल से दूर जाकर रहना पड़े, सुनने में जरा अटपटा लग सकता है.
ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के आगरा से सामने आया है, जहां एक पत्नी अपने मायके इसलिए चली गई क्योंकि उसके ससुराल के आस-पास में फास्ट-फूड की दुकानें नहीं हैं. उसका मन करता है कुछ भी ऐसा खाने का तो उसे अपने मायके की याद आती थी. इसलिए अब वो अपने मायके आ गई है और पिछले एक महीने से यहीं रह रही है. पत्नी की शिकायत है कि उसका पति उसे फास्ट-फूड खिलाने के लिए बाहर भी लेकर नहीं जाता है.
पति को पसंद है सिंपल खाना
ये मामला हरीपर्वत का है, जहां एक साल पहले दोनों की शादी हुई थी. पत्नी की शिकायत है कि पति का फास्ट-फूड खाने का मन नहीं होता है उनका दाल-चावल रोटी में ही काम चल जाता है. पति को बाहर का खाना पसंद नहीं था, इसलिए पत्नी ने उसका घर ही छोड़ने का फैसला ले लिया. ये बात पुलिस तक पहुंची और मामले का निपटाकारा करने के लिए दोनों के बीच शर्त रखी गई.
किस बात पर हुई सुलह?
पुलिस ने पति और पत्नी के बीच सुलह कराने के लिए हफ्ते में एक दिन उसे फास्ट-फूड खिलाने की शर्त रखी है. पुलिस ने कहा कि हफ्ते में जब भी पत्नी का मन ये सब खाने का करेगा वो उसे बाहर लेकर जाएगा. इस शर्त के बाद पत्नी ससुराल वापस आने के लिए तैयार हो गई. अब पति
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