यूपी – Kanpur: इंक फैक्टरी और टायर की दुकानाें में लगी आग, बुझाने में लगी 18 गाड़ियां – INA
मंगलवार तड़के गोविंदनगर थानाक्षेत्र में इंक फैक्टरी व जूही थानाक्षेत्र स्थित टायरों के स्क्रैप की दो दुकानों में आग लग गई। आग की लपटें विकराल हुई तो लोगों को घटना का पता चला। आसपास के लोगों ने फायर ब्रिगेड व पुलिस को सूचना दी। हादसे में लाखों का माल जल गया। नवाबगंज निवासी दिनेश चतुर्वेदी का दादानगर औद्योगिक क्षेत्र में प्लाट है जिसके एक हिस्से में स्वरूपनगर निवासी संजय महेश्वरी की इंक बनाने की फैक्टरी है।
बाकी में गौरव टंडन की पालीथीन बनाने की फैक्टरी है। उसके बगल में धागा और मसाले पिसाई के कारखाने हैं। पहली मंजिल पर दिनेश का फ्रैबिक्रेशन का कारखाना है। संजय महेश्वरी ने बताया कि फैक्टरी को उनकी बेटी मुस्कान और साझीदार आदित्य गुप्ता देखते हैं। देर रात करीब तीन बजे फैक्टरी में आग लग गई। आग की ऊंची लपटों को देख धागा गार्ड शिव कुमार अवस्थी और पिसाई फैक्ट्री में सो रहे दो कर्मचारी चिल्लाते हुए बाहर भागे।
फैक्टरी में मौजूद केमिकल के ड्रमों में आग पकड़ते ही तेज धमाकों के साथ आग की गोले निकलने लगे। सूचना पर फजलगंज, किदवईनगर, मीरपुर, जाजमऊ समेत अन्य फायर स्टेशन से 10 गाड़िया पहुंची और करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। शॉर्ट सर्किट से आग की आशंका जताई जा रही है।
टायरों की दुकान में लगी आग, सांस लेना हुआ मुश्किल
परमपुरवा निवासी महमूद और उनके मित्र आलम की जूही टायर मंडी में दुकानें हैं। आलम की दुकान के बाहर टट्टर लगा है। दुकान के सामने ही बिजली का खंभा है, जिसमें देर रात करीब ढाई बजे शार्ट सर्किट हुआ और कुछ देर बाद चिंगारी टायर की दुकान पर पहुंच गई। लोगों ने बुझाने की कोशिश की लेकिन आग बढ़ती गई और बगल की दुकान को अपनी चपेट में ले लिया। लोगों में कंट्रोल रूम को सूचना दी। दमकल की आठ गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाया। टायरों के धुएं की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई। इलाकाई लोगों का कहना है कि महमूद की तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें निजी अस्पताल ले जाना पड़ा था।
दादानगर की स्याही फैक्ट्री में लगी आग को 10 गाड़ियों की मदद से बुझाया गया। वहीं, टायर मंडी जूही की दुकानों वाली आग भी समय रहते बुझा ली गई थी। आग की दोनों घटनाओं में कोई जनहानि नहीं हुई है।– दीपक शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी