यूपी- तय समय में नहीं हुआ स्टेडियम का काम, हर दिन लगेगा 1 हजार का जुर्माना – INA
गाजीपुर में बन रहा स्टेडियम का काम तय समय पर पूरा नहीं होने पर सरकार ने कार्यदायी संस्था पर 1 दिसंबर 2023 से रोजाना एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. ऐसे में कार्यदायी संस्था पर जुर्माना लगाते हुए 284 दिन हो गए हैं. जुर्माने की रकम 2.84 लाख हो गई है. बावजूद इसके नए स्टेडियम का काम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. नवीन स्टेडियम का निर्माण कागज में पूरा दिखा कर कार्यदायी संस्था ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया था. इतना सब होने के बाद भी काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है.
उत्तर प्रदेश सरकार के सभी सरकारी विभागों के निर्माण का काम उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के साथ ही अन्य कई निर्माणदाई संस्थाएं करती हैं. ऐसा ही एक निर्माण गाजीपुर के पुलिस लाइन के पास 2018 में नए स्टेडियम का उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम भदोही के द्वारा शुरू किया गया था. जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और कार्यदायी संस्था के बीच जो एमओयू साइन हुआ था, उसके अनुसार 30 नवंबर 2023 तक संस्था को नवीन स्टेडियम के निर्माण का काम पूरा करके विभाग को हैंडओवर करना था.
तय मानकों पर पूरा नहीं हुआ निर्माण
निर्माणदायी संस्था और ठेकेदारों के साथ ही कुछ विभागीय अधिकारियों की मिली भगत से कार्यदायी संस्था ने नवीन स्टेडियम के पूरा न होते हुए भी मुख्यमंत्री के पोर्टल पर कार्य पूर्ण दिखाते हुए हैंडओवर के लिए विभाग को लिख दिया था. जांच में जब पोल खुली तो पता चला कि उस संस्था के द्वारा चारदीवारी के साथ ही कुछ अन्य कार्य कराए गए हैं, लेकिन नवीन स्टेडियम में जो मानक था. वह सारे काम पूरे नहीं हुए है.
विभाग ने लगाया 2.84 लाख रुपयों का जुर्माना
इसके बाद शासन के निर्देश पर संस्था पर समय से कार्य पूरा ने करने पर प्रतिदिन एक हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया था. जुर्माना लगाने की अवधि अब तक करीब 284 दिन पहुंच चुकी है. जिसके अनुसार उस संस्था पर 2.84 लाख का जुर्माना भी लग चुका है. बावजूद इसके अभी तक कार्य पूरा नहीं हो सका है. गाजीपुर के आरटीआई के ग्राउंड में बनने वाला नवीन स्टेडियम का शिलान्यास 19 जनवरी 2018 को हुआ था.
शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए थे कई VIP
इस शिलान्यास में तत्कालीन रेल, संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के प्रयास से तत्कालीन खेल मंत्री चेतन चौहान के साथ ही कई नामचीन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जिसमें साक्षी मलिक, मनदीप जांगड़ा, मीराबाई चानू, मंजीत छिल्लर के साथ ही कई अन्य लोग शामिल हुए थे. तब गाजीपुर के लोगों के साथ ही उभरते हुए खिलाड़ियों को यह उम्मीद थी कि आने वाले समय में गाजीपुर को एक बेहतर सौगात मिलेगी.
इससे बेहतर सौगात का गाजीपुर के प्रतिभावान खिलाड़ी उपयोग कर सकेंगे. इसके बाद गाजीपुर के लोगों ने राजनीति से हटकर मनोज सिन्हा के इस प्रयास पर उनके फेसबुक पोस्ट पर जमकर बधाई दी थी. इस स्टेडियम को कार्यदायी संस्था ने एमओयू के अनुसार नवंबर 2023 तक पूरा करके खेल विभाग को सौंपा जाना था, लेकिन अभी तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है.
सीडोओ ने जांच के बाद की कार्रवाई
इसको लेकर जिला क्रीड़ा अधिकारी अरविंद यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम भदोही के द्वारा 30 नवंबर 2023 से पहले सीएम पोर्टल पर कार्य को पूर्ण दिखाते हुए हैंड ओवर की प्रक्रिया की गई थी. इसके बाद सीडीओ ने जब जांच कराई गई तो अधिकतर कार्य अधूरे पाए गए. इस पूरे निर्माण में अभी तक विद्युत का कोई भी कार्य नहीं किया गया है. यहां तक की ट्रांसफार्मर से कनेक्शन भी नहीं किया गया है. जिसको देखते हुए शासन के द्वारा इन पर प्रतिदिन एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया.
पूरा नहीं हुआ स्टेडियम का काम
नवीन स्टेडियम के अंतर्गत निर्माण होने की बात करें तो उसमें प्रशासनिक भवन में विद्युतीकरण, फायर फाइटिंग पैनल नहीं लगे हैं. मैदान में स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगी है. ट्रांसफार्मर भी नवीन स्टेडियम में कहीं दिखाई नहीं दे रहा है. सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर भी सही से नहीं लगाए गए हैं. बास्केटबॉल कोर्ट भी अधूरा है और ग्राउंड में मिट्टी भी नहीं डाली गई है. जिसके चलते जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं और बारिश के मौसम में पानी भी भर जा रहा है.
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