यूपी- UP: मां ने लगाई थी आवाज, मैं काम से बाहर निकला और गिर गया पूरा मकान…मेरठ हादसे की कहानी – INA
शनिवार की शाम 63 साल की महिला नफ्फो के परिवार के लिए काल बन कर आई. महिला हादसे के समय अपने 7 बच्चों के साथ घर में मौजूद थी. हादसे से पहले बच्चे चारपाई पर खेल रहे थे. महिला के परिवार के घर में दूध की डेयरी थी. शाम का दूध निकालने का समय हो गया था. नफ्फो अपने बेटे नदीम को दूध निकालने के लिए कह कर सोने चली गई. जिसके बाद अचानक से पूरे परिवार पर दो मंजिला लेंटर टूटकर गिर गया. जिसमें दबने से 10 लोगों की मौत हो गई है.
मेरठ की जाकिर कॉलोनी की गली नंबर 8 में शनिवार को दर्दनाक हादसे में 10 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. परिवार में डेढ़ साल की बेटी सिमरा हादसे के समय अपनी मां के साथ खेल रही थी. 7 साल की रीजा की खेलते हुए हंसने की किलकारियां पूरे घर में खुशी का वातावरण बनाए हुए थी. घर में आलिया नाम की 6 साल की बच्ची भी खेल रही थी. 5 साल को रिम्सा का मन अपनी मम्मी की गोदी में लग रहा था कि अचानक सिर पर पूरा का पूरा मकान गिर गया.
लेंटर गिरने से 10 लोगों की हुई मौत
लेंटर के गिरने से घर में मौजूद 10 लोगों की दर्दनाक मौत मलबे के नीचे दबने से हो गई. घर के 7 बच्चों में से एक 6 साल का बच्चा सोफियान को मलबे से जिंदा बाहर निकाला गया है. जिसको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है. शनिवार 14 सितंबर की शाम के करीब 4.45 हो रहे थे. हादसे ठीक चंद मिनट पहले नदीम की 63 साल की मां नफ्फो ने नदीम को आवाज लगाकर कहा कि दूध निकालने का समय हो रहा है जा कर दूध निकाल ले.
भरभरा कर गिर गया पूरा मकान
बच्चों को दूध निकालने का कह कर नफ्फो सोने के लिए चली गई. जिसके बाद मां की आवाज सुनते ही नदीम और नईम घर से बाहर आ गए. दोनों लोग जैसी ही घर से बाहर आए वैसे ही पूरा का पूरा मकान भरभरा कर गिर गया. जिसमे घर में मौजूद करीब 12 लोग दब गए. मकान के गिरने के शोर से पूरी गली में हो हल्ला मच गया. दोनों भाई नदीम और नईम मकान का मलबा हटाने में लग गए.
हादसे में कई बेजुबानों ने भी तोड़ा दम
धीरे धीरे पूरा इलाका ध्वस्त हुए मकान के पास इकट्ठा हो गया और मलबा हाटने में मदद करने लगा. इस हादसे में कई भैंसें भी मारी गई है. कुछ जान राहत कार्य के दौरान बचाई गई है. कुछ बेजुबानों ने मलबे के नीचे दब कर दम तोड़ दिया है.
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