यूपी- UP: कानपुर के बाद अब गाजीपुर में ट्रेन पलटाने की कोशिश, ट्रैक पर मिला लकड़ी का टुकड़ा – INA
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में बीती देर रात बड़ा हादसा होते-होते बचा. यहां जयनगर बिहार से चलकर नई दिल्ली को जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस जो रात करीब 3:00 बजे गाजीपुर घाट स्टेशन से गाजीपुर सिटी स्टेशन के बीच आलम पट्टी इलाके के पास पहुंची थी, तभी ड्राइवर को रेल पटरी के बीच लकड़ी का एक बड़ा टुकड़ा दिखा जिसके बाद ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाई जिससे बड़ा हादसा टल गया.
इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन उस लकड़ी के साथ घसीटते हुए करीब 400 मीटर आगे जाकर रुकी. जब ड्राइवर ने नीचे उतर कर देखा तो करीब 2 फीट से भी ज्यादा लंबा एक बड़ा टुकड़ा दिखा. इसके बाद रेलवे ड्राइवर ने तुरंत इसकी जानकारी रेल पथ निरीक्षक और RPF के साथ ही गाजीपुर सिटी स्टेशन प्रशासन को दी. इसके बाद तत्काल पूरा रेलवे महकमा घटनास्थल पर पहुंचा.
इंजन का हौज पाइप कटा
जब ड्राइवर ने ट्रेन को आगे बढ़ाने के लिए चेक किया तब पता चला कि इंजन का हौज पाइप कट गया है जिससे ट्रेन आगे बढ़ाने में दिक्कत हुई. इसके बाद औड़िहार से एक दूसरा इंजन मंगवाकर करीब 2 घंटों की मशक्कत के बाद ट्रेन आगे को आगे के लिए रवाना किया जा सका. वहीं अब इस मामले में गाजीपुर सिटी के रेल पथ निरीक्षक विभाग के जेई निशांत कुमार सिंह ने सदर कोतवाली में तहरीर दी है. तहरीर में उन्होंने बताया कि गाड़ी संख्या 12561 अप स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस गाजीपुर घाट स्टेशन से गाजीपुर सिटी स्टेशन के लिए आ रही थी तभी जमानिया रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे रेलवे रनिंग रेल लाइन के बीच एक लकड़ी का टुकड़ा खड़ी अवस्था में देखा गया जिसके बाद ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया लेकिन फिर भी लकड़ी का टुकड़ा इंजन में फंसकर रगड़ते हुए करीब 400 मीटर आगे तक चली गई. कोतवाली पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
10 सितंबर को भी की गई थी कोशिश
इसी रेल लाइन पर 10 सितंबर की रात डाउन में जा रही प्रयागराज रामबाग बलिया पैसेंजर ट्रेन को भी पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी जिसमें कुछ शरारती तत्वों ने शहर से सटे चक फैज छतरी बिंदवलिया के पास पटरी पर लगभग 2 मीटर तक गिट्टी रखकर ट्रेन को डिरेल करने का प्रयास किया था. इसके बाद आरपीएफ ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 11 सितंबर की रात में घटनास्थल से तीन युवकों को गिरफ्तार किया था और फिर अगले दिन तीनों को वाराणसी रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर उन्हें जेल भेज दिया गया था. बताया गया था कि तीनों आरोपी नशे के आदी हैं और नशा करने के लिए रेलवे ट्रैक के किनारे रहते हैं. नशे में इन लोगों ने रेल पटरी पर गिट्टियां रख दी थीं.
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