खबर शहर , मथुरा में सिपाही की हत्या: पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया एक बदमाश, पैर में लगी गोली; अब दूसरे की तलाश – INA

मथुरा के थाना सदर बाजार पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने 7 सितंबर की रात को दारू पार्टी के बाद 20 हजार रुपये के लेन-देन को लेकर सिपाही को गोली मारने के एक आरोपी को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से बदमाश घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 


थाना जमुनापार के रोशन विहार कालोनी निवासी 27 वर्षीय सिपाही अजीत पुत्र कमल सिंह बदायूं पुलिस लाइन में तैनात था। वह 5 सितंबर को वह छुट्टी लेकर घर आया। 7 सितंबर को उसका 20 हजार रूपये के लेन-देन को लेकर पड़ोसी नीरज से झगड़ा हो गया। दोनों के परिजन ने मामला शांत करा दिया। समझौता होने पर नीरज अपने ततेरे भाई अनिल चौधरी, रिश्तेदार अमित और साथी अनिल के साथ शराब पीने के लिए घर से निकल गए।


सभी ने मिलकर दारू पार्टी की। टैंक चौराहे पर शराब पीते समय पुनः विवाद हुआ तो अजीत ने नीरज चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इससे नाराज होकर अनिल ने तमंचे से अजीत को गोली मार दी। गोली अजीत के गले में जाकर लगी। गोली मारने के बाद सभी मौके से भाग खड़े हुए। तभी वहां से महिला थाना प्रभारी निरीक्षक गश्त करती हुई निकली तो उन्होंने अजीत को लहुलुहान हालत में पड़ा देखा। उन्होंने उसे अस्पताल में भर्ती करा सदर थाना प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार दुबे को सूचना दी। सूचना मिलने पर एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय समेत अन्य पुलिस अधिकारी और सिपाही के परिजन अस्पताल पहुंच गए। 15 सितंबर को सिपाही ने उपचार के दौरान जयपुर में दम तोड़ दिया।

 


एसपी सिटी डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि पुलिस ने नीरज और अमित को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि अनिल चौधरी और अनिल नाम का ही दूसरा बदमाश फरार चल रहा था। सोमवार-मंगलवार की रात को सदर बाजार और एसओजी ने मूल धनियागढ़ी राया वर्तमान रोशन विहार कालोनी अनिल पुत्र पूरन को गोकुल बैराज के पास घेर लिया। बदमाश ने खुद को घिरता देख पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो बदमाश के पैर में गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस मामले में अभी अनिल नाम का एक अभियुक्त अभी फरार चल रहा है। बदमाश के कब्जे से तमंचा-कारतूस, चोरी की बाइक बरामद हुआ है। अनिल चौधरी शातिर बदमाश है उस पर कोतवाली, जमुनापार, राया, अलीगढ़ के थाना इगलास, जीआरपी मथुरा थाने में 17 मुकदमे विभिन्न धाराओं में दर्ज हैं। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
 


ये रहे मुठभेड़ में शामिल
प्रभारी निरीक्षक सदर संजीव कुमार दुबे, एसओजी प्रभारी राकेश कुमार, एसआई कृष्ण कुमार सिंह, हरेन्द्र सिंह,अमित कुमार, हेड कांस्टेबल विनय कुमार, एसओजी के हेड कांस्टेबल सुधीर कुमार, पंकज कुमार, दीपक पचौरी, अभिनव, कांस्टेबल तुषार कुमार, अमित सेंगर, राहुल कुमार, दीपक कुमार, विपिन भाटी, राकेश एसओजी टीम का चालक रामपाल सिंह।


Credit By Amar Ujala

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