यूपी- बेटी के मर्डर का था प्लान, बचाने आ गई मां, ईंट से कूचकर महिला की हत्या… पुलिस ने बदमाश का किया एनकाउंटर – INA
उत्तर प्रदेश के कानपुर के महाराजपुर के पुरवा मीर में कल महिला की हत्या और एक बच्ची की हत्या की कोशिश की गई. इस मामले में कानपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में महिला की हत्या और उसके साथ सो रही एक बच्ची पर गंभीर हमला करने वाले आरोपी कमलेश्वर कमलू को दोमानपुर गंगा पुल के पास मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस कमिश्नरेट कानपुर के डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार ने बताया कि घटना के बाद 24 घंटे के भीतर महाराजपुर में हुई घटना का खुलासा हो गया है. आरोपी से मुठभेड़ के बाद उसके दाएं पैर में गोली लगी है. उसका इलाज कराया जा रहा है. प्राथमिक जांच पड़ताल में आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है. पुलिस ने बताया कि जिस महिला की हत्या हुई उसके पति शंकर सविता की 10 साल पहले मौत हो चुकी है. उसके दो बेटे जो शादीशुदा हैं, वह बाहर रहते हैं. मटका कुसुम गांव में अकेले रहती थी. कुसुम के घर से कुछ दूरी पर दिनेश का घर है. दिनेश, कुशमा के देवर का बेटा है.
मां के साथ सो रही थी प्रियांशी
घटना के बारे में जानकारी देते हुए दिनेश ने बताया कि रात को प्रियांशी कुसुम के साथ उसके घर पर ही सो रही थी, लेकिन जब सुबह घटना की जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. क्षमता देवी की खून से लथपथ लाश जमीन पर पड़ी हुई थी. उसकी बेटी भी गंभीर अवस्था में खून से लटपट थी. दोनों के सर पर ईंट से हमला किया गया था.
पूरे मामले में जांच करने के बाद, पुलिस ने कुछ सबूत जुटाए. स्थानीय पूछताछ में पुलिस को आरोपी कमलू उर्फ कमलेश पर शक हुआ. जब पुलिस ने उसके घर पर पहुंची, तभी वहां से भाग निकला. इसके बाद पुलिस ने देर रात अंधेरे में कमलू के गांव वापस लौटने का इंतजार किया और सूचना पर उसे पकड़ने को गंगापुर पर रोका. लेकिन कमलू ने फायर कर दिया. यह देखते ही पुलिस बल ने भी जवाबी फायरिंग की और कमलू के पैर में गोली लगी.
डीसीपी ने दी घटना की जानकारी
डीसीपी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि प्रियांशी का हैदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसके साथ ही आरोपी से मुठभेड़ के बाद जब प्रियांशी को उसकी फोटो दिखाई गई तो उसने उसकी पहचान कर ली है. पुलिस के अनुसार कमलू उर्फ़ कमलेश गांव के पड़ोस का ही रहने वाला है और नशे का आदी है. उसने प्रियांशी को दबोचा, लेकिन कुसुमा के विरोध के चलते आरोपी उग्र हो गया और उसने ईंट- पत्थरों से मार-मार कर उसकी हत्या कर दी. साथ ही बच्ची को भी जान से मारने की कोशिश की.
Source link