यूपी- सुल्तानपुर डकैती केस: 12वीं में बना लुटेरा और ग्रेजुएशन में एनकाउंटर, कहानी अनुज प्रताप की – INA

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर ज्वैलरी शॉप डकैती कांड में शामिल बदमाश अनुज प्रताप सिंह का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया. उन्नाव के अचलगंज में एसटीएफ की टीम का दो बदमाशों से मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली लगने से अनुज प्रताप सिंह घायल हो गया था, जिसकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. अनुज का पहले से आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. वह अमेठी के मोहनगंज थाना क्षेत्र के जनापुर गांव का निवासी था.

अनुज ग्रेजुएशन के फस्ट ईयर का छात्र था. उसकी उम्र 23 साल बताई जा रही है. अनुज की एक एक छोटी बहन भी है, जोकि 12वीं में पढ़ती है. एक छोटा भाई है, जो 12 साल का है. पिछले साल मां की बीमारी से मौत हो गई थी. पिता घर की देख-रेख करते हैं. लेकिन कुछ महीने पहले उन्हें हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद से उनकी भी तबीयत खराब रहती है.

कैसे आया क्राइम की दुनिया में?

12वीं में पढ़ाई के दौरान अनुज की मुलाकात मोहनगंज के रहने वाले विपिन सिंह से हुई थी. विपिन आपराधिक प्रवृति का था. अनुज की कुछ ही दिनों में विपिन से गहरी दोस्ती हो गई. इसके बाद सूरत में दोनों ने बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया. तब पहली बार अनुज का किसी केस में नाम सामने आया था. हालांकि, ये लोग पकड़े गए और जेल भेजे गए. लेकिन कुछ ही महीनों में ये लोग जमानत पर छूट गए, जिसका मुकदमा आज भी सूरत कोर्ट में चल रहा है. विपिन सिंह का नाम भी सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपियों में है.

क्यों टूटा शादी का रिश्ता ?

इंटर में पढ़ाई के दौरान ही अनुज सिंह की शादी भी तय हुई थी. लेकिन सूरत लूटकांड में नाम आने के चलते यह रिश्ता टूट गया. गांववालों का कहना है कि अनुज बचपन में एक होनहार बच्चा था. लेकिन इंटर में पढ़ाई के दौरान वह गलत संगत में पड़ गया. हालांकि, उसके घरवालों ने उसे कई बार रोका और टोका, लेकिन उसे जल्द अमीर आदमी बनना था. उसके सपने बड़े थे. लेकिन उसे साथ सही लोगों का नहीं मिला. अनुज सिंह के मारे जाने की खबर से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है.

सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपियों में अनुज का नाम

28 अगस्त को सुल्तानपुर के ओम ऑर्नामेंट में 10 से अधिक संख्या में बदमाशों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया था. इन बदमाशों में अनुज प्रताप सिंह भी शामिल था. बदमाशों ने दुकान से सोने और हीरे के आभूषण लूट लिए थे. इसके बाद यूपी एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए डकैती कांड में शामिल 5 बदमाशों को अरेस्ट कर लिया था. वहीं, एक बदमाश मंगेश यादव पहले ही पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था. पिता कर्मराज सिंह ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब अखिलेश यादव को ठाकुरों का एनकाउंटर कराकर संतुष्टि मिल गई. फिलहाल ठीक है, सरकार जो चाहे करे, लेकिन हमें अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है.


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