देश – खौफनाक खुलासा! धीरे-धीरे शरीर का अंग-अंग काम करना कर देगा बंद, जानिए क्या है सेप्सिस #INA
Sepsis: कभी-कभी क्या आप एक मिनट में 20 बार से भी ज्यादा बार सांस लेते हैं, क्या एक मिनट में दिल की धड़कन 90 से ज्यादा हो जाती है, बिना वजह पसीना निकलना शुरू हो जाता है. अगर ऐसा है तो आपको सावधान होने की जरूरत है. क्योंकि आपके शरीर का अंग-अंग काम करना बंद कर सकता है. ये सारे लक्षण सेप्सिस (Sepsis) के हो सकते हैं. सेप्सिस एक तरह का ब्लड इंफेक्शन है जिसे सेप्टिसीमिया कहा जाता है. यह इंफेक्शन बहुत ज्यादा खतरनाक होता है. इसकी वजह से शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. इसकी चपेट में आने वाले के शरीर के कई अंगों को नुकसान होता है. जिसके कारण उसके अंग धीरे-धीरे अंग काम करना बंद कर देते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में.
अब तक 1.1 करोड़ लोगों की मौत
लांसेट की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के सिएटल के वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के रिसर्चर के मुताबिक 195 देशों के मेडिकल रिपोर्ट की जांच की. इस दौरान उन्होंने बताया कि 10.9 करोड़ लोगों की मृत्यु के बारे में व्याख्या किया. रिसर्चर ने बताया कि इसमें से 1.1 करोड़ लोगों की मृत्यु सेप्सिस के कारण हुई.
जानिए क्या है सेप्सिस
सेप्सिस या सेप्टिसीमिया ब्लड इंफेक्शन को कहते हैं. इसमे ब्लड में घूमने वाले केमिकल शरीर में सूजन और जलन पैदा करने लगते हैं. जिससे बॉडी में कई सारी दिक्कते होने लगती हैं और कई अंगों पर असर पड़ता है. सेप्सिस का खतरनाक रूप सेप्टिक शॉक है. जिसमे ब्लड प्रेशर अचानक से कम होने लगता है और इंसान की मौत तक हो जाती है. आमतौर पर सेप्सिस की संभावना बूढ़े और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में ज्यादा होती है.
सेप्सिस या ब्लड इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण
- सांस लेने में मुश्किल
- शरीर का तापमान तेजी से बदलना
- यूरिन कम आना या पेनफुल यूरिनेशन
- मेंटल हेल्थ में अचानक बदलाव आना
- दिल की धड़कन असामान्य हो जाना
- बिना वजह पसीना निकलना
- पेट में दर्द, सिर में दर्द, कांपना
- निमोनिया में खांसी का बिगड़ जाना
सेप्टिक शॉक लगने के लक्षण
- तेजी से ब्लड प्रेशर कम होना
- बहुत नींद आना या जागे रहना मुश्किल लगना
- दिमाग चलने में दिक्कत जैसे बहुत ज्यादा इंसान कंफ्यूज होने लगता है.
- खड़े होने में असमर्थ
ब्लड इंफेक्शन या सेप्सिस होने के कारण
- किसी भी तरह का इंफेक्शन फिर चाहे वो वायरल, बैक्टीरियल या फंगल हो. अगर वो ब्लड में फैलता है तो सेप्सिस बन जाता है.
- किडनी, ब्लैडर या यूरिन सिस्टम में होने वाला इंफेक्शन
- फेफड़ों में होने वाला न्यूमोनिया सेप्सिस का कारण हो सकता है
- पाचन सिस्टम में होने वाला इंफेक्शन सेप्सिस हो सकता है
- सर्जरी की वजह से भी सेप्सिस होने का खतरा रहता है
- चोट या घाव लगने की वजह से ब्लड में इंफेक्शन हो सकता है
सेप्सिस से बचने के उपाय
सेप्सिस यानी ब्लड इंफेक्शन के लक्षण हर इंसान में एक जैसे नहीं होते. कई बार बच्चों और बड़ों में इसके अलग-अलग लक्षण दिखते हैं. ब्लड में इंफेक्शन फैलने पर तुरंत इलाज कराना जरूरी होता है. सेप्टिक शॉक लगने पर मरीज को कई बार ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखना पड़ता है. लेकिन साधारण सेप्सिस होने पर कई तरह के टेस्ट के साथ दवाईयों की मदद से इलाज किया जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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