दुनियां – एक महीने 22 दिन बाद ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई का संबोधन, इन सवालों के मिल सकते हैं जवाब – #INA
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई को लेकर करीब एक महीने से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, इस बीच आज सुप्रीम लीडर खामेनेई का एक अहम संबोधन होना है. खास बात ये है कि इस स्पीच को खामेनेई के दफ्तर के आधिकारिक मीडिया आउटलेट KHAMENEI.IR और स्टेट टीवी पर लाइव प्रसारित किया जाएगा.
दरअसल कई दिनों से ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि सुप्रीम लीडर कोमा में हैं या फिर वह कैंसर से जूझ रहे हैं. दावा ये भी किया गया है कि उन्होंने अपने बेटे मोजतबा खामेनेई को सुप्रीम लीडर पद का उत्तराधिकारी चुन लिया है. माना जा रहा था कि खामेनेई की तबीयत ठीक नहीं है और वह आपने जीते जी ही बेटे को उत्तराधिकारी बना चुके हैं.
सुप्रीम लीडर खामेनेई का संबोधन
ऐसे में सोमवार को होने वाली संबोधन को लेकर माना जा रहा है कि उन तमाम सवालों के जवाब मिल सकते हैं जिन्हें लेकर अब तक महज कयास ही लगाए जा रहे थे. जानकारी के मुताबिक खामेनेई, ईरान की बासिज फोर्स से मुलाकात कर उन्हें संबोधित करेंगे. यह मीटिंग में ईरान में मनाए जा रहे ‘बासिज वीक’ का हिस्सा है.
किन सवालों के मिल सकते हैं जवाब?
ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई के संबोधन से सबसे पहले तो उनकी सेहत से जुड़े सवालों के जवाब मिल सकते हैं. इसके अलावा क्या उन्होंने बेटे मोजतबा खामेनेई को सुप्रीम लीडर पद का उत्तराधिकारी चुन लिया है, इसका भी जवाब मिल सकता है. यही नहीं ईरान के लिहाज से सबसे अहम मुद्दा उसका न्यूक्लियर प्रोग्राम है, जिसे लेकर हाल ही में IAEA के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने निंदा प्रस्ताव पारित किया है. इसके बाद ईरान ने तय किया है कि वह ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी समेत यूरोपीय यूनियन से इस मुद्दे पर बात करेगा. माना जा रहा है कि बतौर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी से पहले ईरान के राष्ट्रपति पेजेश्कियान इस मुद्दे को सुलझा लेना चाहते हैं. ऐसे में हो सकता है खामेनेई अपने संबोधन से इस पर भी ईरान का पक्ष दुनिया के सामने रख सकते हैं.
4 अक्टूबर को खामेनेई ने दिया था संदेश
दरअसल इससे पहले खामेनेई ने 4 अक्टूबर को जुमा की नमाज़ की अगुवाई करते हुए खुतबा संदेश पढ़ा. उन्होंने एक अक्टूबर को इजराइल पर किए गए हमले, पूर्व हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत और फिलिस्तीन के लोगों पर हो रहे अत्याचार को लेकर अपनी बात रखी थी. इससे पहले उन्होंने 2019 में देश को संबोधित किया था. अयातुल्लाह अली खामेनेई ईरान के सुप्रीम लीडर हैं और जब-जब ईरान पर कोई मुश्किल वक्त आया तो उन्होंने खुद सामने आकर देश के लोगों की आशंकाओं को दूर करने का काम किया. ऐसा माना जा रहा है कि खामेनेई बासिज फोर्स को दिए जाने वाले संबोधन में इन तमाम सवालों के जवाब दे सकते हैं.
IRGC की बासिज फोर्स को जानिए
बासिज फोर्स ईरान में धार्मिक, राजनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर लड़ने वाली इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) का हिस्सा है, यह एक वालंटियर फोर्स है. जानकारी के मुताबिक बासिज फोर्स में करीब 90 हजार सैनिक शामिल हैं, जिसमें पुरुष और महिलाएं दोनों काम करते हैं. यही नहीं जरूरत पड़ने पर बासिज फोर्स करीब 10 लाख वालंटियर्स भी जुटा सकती है, इसका मुख्य काम देश के भीतर सरकार विरोधी गतिविधियों से निपटना है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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