खबर शहर , UP: बीटेक छात्र की मौत आखिर कैसे हुई…17 महीने बाद भी नहीं खुल सका राज, मथुरा में मिली थी लाश – INA

आगरा कमिश्नरेट पुलिस बदमाशों को हाईटेक तरीके से पकड़ने और साक्ष्य जुटाने का दावा कर रही है। इसके बावजूद बीटेक छात्र रमन की माैत 17 महीने बाद भी अनसुलझी है। थाने के बाद जांच क्राइम ब्रांच में गई लेकिन नतीजा शून्य है। बेटे की माैत से आहत परिजन न्याय के लिए भटक रहे हैं। वह पुलिस की विवेचना पर सवाल उठा रहे हैं।

 


घटना 15 मार्च 2023 की है। रमन यादव फर्रुखाबाद के थाना मेरापुर स्थित गांव दहिलिया का रहने वाला था। वह डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस में बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था। संस्थान के पास ही किराये पर कमरा लेकर रहता था। बड़े भाई अमित यादव ने बताया कि रमन परीक्षा दे रहा था। घटना वाले दिन कमरे से निकला और लापता हो गया।

 


रिश्तेदार युवती की सूचना पर परिजन पहुंचे। रमन की तलाश की लेकिन वह नहीं मिला। थाना न्यू आगरा में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। 17 मार्च को मथुरा के थाना जैत क्षेत्र में एक प्लाट में रमन का शव मिला। ताऊ अवधेश कुमार ने रमन की हत्या का केस दर्ज कराया। पुलिस का कहना है कि विवेचना चल रही है। साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। छात्र के मोबाइल को विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया था। 150 जीबी डाटा निकलकर आया है। उसे देखा जा रहा है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई होगी।

 


बदल गए 8 विवेचक, नतीजा शून्य
अमित यादव ने आरोप लगाया कि थाना न्यू आगरा पुलिस ने 6 महीने तक विवेचना की। इस दाैरान 4 विवेचक बदले लेकिन नतीजा नहीं निकला। उन्होंने अपर पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायती पत्र देकर बताया कि रमन की हत्या में एक युवती और एक अन्य शामिल हैं। पुलिस कार्रवाई न होने पर विवेचना 4 अक्तूबर 2023 को क्राइम ब्रांच भेज दी गई। जांचकर्ता ने कई लोगों के बयान लिए। इसमें भी 4 निरीक्षक बदल गए लेकिन नतीजा शून्य है। पीड़ित परिजन ने शुक्रवार को भी अपर पुलिस आयुक्त कार्यालय में प्रार्थनापत्र देकर कार्रवाई की मांग की है।
 


Credit By Amar Ujala

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