खबर शहर , UP News: मथुरा में रजिस्ट्री कार्यालय की इमारत बेहद खतरनाक, 1915 में बनी थी…कभी भी हो सकती है धराशायी – INA

मथुरा के सदर थाना क्षेत्र स्थित सन 1915 में बना रजिस्ट्री कार्यालय वर्तमान में जर्जर हो चुका है। भवन इतना जर्जर हो चुका है कि कभी भी धराशायी हो सकता है। यहां प्रतिदिन ढाई हजार के करीब लोगों का आवागमन होता है। प्रशासन भी रजिस्ट्री बिल्डिंग का कंडम घोषित कर चुका है। कार्यालय स्थानांतरण के लिए प्रशासनिक अधिकारी प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कोई भवन किराए पर भी नहीं मिल रहा है।

देश की आजादी से पहले सदर रजिस्ट्री कार्यालय की बिल्डिंग का निर्माण हुआ था। आजादी के बाद इस भवन में रजिस्ट्री कार्यालय शिफ्ट किया। इसके बाद रजिस्ट्री कार्यालय में दो खंड हो गए सदर प्रथम और द्वितीय। दोनों में रोजाना 300 के करीब रजिस्ट्री होती है। प्रतिदिन ढाई हजार लोगों का आवागमन होता है। कार्यालय की हालत इतनी खराब है कि छत से प्लास्टर टूटकर कर्मचारियों के सिर पर गिरता है। बारिश होने पर कई बार कर्मचारियों को रात में कार्यालय खोलकर यहां रखे 15 साला के बचाव के लिए पॉलिथीन डालनी पड़ती है।

 


हालांकि प्रशासन इस बिल्डिंग को कंडम घोषित कर चुका है और नई मल्टीस्टोरी भवन के लिए 6 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेज चुका है। इसके साथ ही रजिस्ट्री कार्यालय को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है, लेकिन पिछले चार माह की मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिली है। मुख्यालय में रजिस्ट्री कार्यालय के नए भवन के निर्माण के प्रस्ताव को वरीयता पर रखा गया है। कभी भी प्रस्ताव मंजूर हो सकता है, लेकिन समस्या रजिस्ट्री कार्यालय को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने को लेकर है।

 


चार मंजिला भवन का होगा निर्माण
नए रजिस्ट्री कार्यालय की बिल्डिंग चार माले की होगी। इसमें रजिस्ट्री कार्यालय, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बैठने के लिए कार्यालय, रजिस्ट्री कराने के आने वाले लोगों के बैठने के लिए स्थान, रजिस्ट्री कार्यालय में बैठे मुंशी तथा अधिवक्ताओं के बिस्तर आदि की व्यवस्था होगी।

 


हादसा हुआ तो छोटे से गेट से कैसे निकलेंगे लोग
रजिस्ट्री कार्यालय का मुख्य द्वार इतना छोटा है कि उसके एक साथ दो लोग ही प्रवेश कर सकते हैं। पूरे कार्यालय की बाउंड्रीवाल हो रही है। ऐसे में यदि बिल्डिंग गिरती या कोई अन्य हादसा होता है तो लोगों को द्वार से निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
 


तलाशी जा रही जमीन 

सब रजिस्ट्रार (प्रथम) अजय त्रिपाठी ने बताया कि रजिस्ट्री कार्यालय के दोनों कार्यालय को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए जमीन तलाशी जा रही है। चूंकि प्रस्ताव मंजूर होने के बाद बिल्डिंग को तोड़कर नए भवन का निर्माण होगा तो यहां कार्य संभव नहीं है। बिल्डिंग की तलाश की जा रही है। जल्द ही भवन को दूसरे कार्यालय में शिफ्ट कर दिया जाएगा।


Credit By Amar Ujala

Back to top button