यूपी- UP: युवक की पिटाई, महिला का शोर… आखिर क्यों विवादों में सीतापुर का काल भैरव आश्रम? – INA
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में काल भैरव आश्रम में संदिग्ध लोगों के आने-जाने को लेकर विवाद हो गया. संदिग्ध लोगों ने आने जाने पर गांववाले भड़क गए. गांववालों ने देर रात भारी संख्या पहुंचकर आश्रम का घेराव कर काफी हंगामा किया साथ ही आश्रम पर कार्रवाई करने की मांग की. वहीं हंगामे की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उग्र भीड़ को से खदेड़ दिया. वहीं गांववालों की शिकायत के बाद पूरे आश्रम की तलाशी ली गई.
मामला सीतापुर के संदना थाना इलाके का है. ग्राम लक्ष्मणपुर हिंडोरा के जंगलों में काल भैरव मंदिर और आश्रम है. गांववालों ने बताया जाता है कि आश्रम में कुछ संदिग्ध लोगों का आना जाना रहता है. जबकि गांव के लोगों को मंदिर के अंदर जाने की इजाजत नहीं है. गांव के लोगों ने कहा कि इलाके के हनीखेड़ा गांव में रहने वाले कमलेश देर रात आश्रम वाले रास्ते से गुजर रहे थे तो उन्होंने आश्रम से किसी लड़की के रोने और चिल्लाने की आवाज सुनी.
आश्रम से आई लड़की के चीखने की आवाज
जिसके बाद कमलेश आश्रम में मौजूद लड़की को देखने और उसकी चीखने की वजह जानने के लिए आश्रम के अंदर दाखिल हुए तो आश्रम में मौजूद लोगों ने उनकी पिटाई कर दी. कमलेश ने पिटाई का विरोध किया और मामले की जानकारी गांववालों को दी तो गांव वाले नाराज हो गये और देर रात आश्रम का घेराव कर दिया. गांव के लोगों ने हंगामे भी किया. वहीं हंगामे की सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी प्रवीन रंजन सहित कई थानों की भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई.
पहले भी सामने आ चुकी हैं घटनाएं
गांव के लोगों का कहना है कि एक सप्ताह पहले इसी आश्रम के करीब एक कंकाल भी मिला था. जिस पर पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच पड़ताल शुरू की है. गांव के लोगों का दावा है कि कुछ दिन पहले एक बंगाल की लड़की भी मिली थी जिसे पड़कर पुलिस को सौंपा गया था. इसके बाद लड़की को उसके परिजनों को सौपा गया था. इसी के चलते लगातार आश्रम संदेह के घेरे में आ रहा था.
सीसीटीवी फुटेज खंगालेगी पुलिस
इस मामलें में सीतापुर के अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी प्रवीन रंजन ने बताया कि गांववालों की शिकायत पर आश्रम की तलाशी की गई, लेकिन कोई भी संदिग्ध व्यक्ति नहीं मिला है. मामले की जांच पड़ताल की जा रही है. आश्रम में लगे सीसीटीवी की मदद से भी छानबीन की जाएगी. आश्रम के पास एक महीने की सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग भी मौजूद हैं, उसकी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
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