यूपी – UP: अब लोग दो से तीन जोड़ी खरीदने लगे जूते, फुटवियर में विश्व में देश का छठवां स्थान – INA

फुटवियर उत्पादों की मांग कानपुर समेत देश भर में बढ़ रही है। अब लोग दो से तीन जोड़ी जूते पहनने लगे हैं। विश्व में फुटवियर उत्पादों में देश का छठवां स्थान है। वहीं, ओवरआल चमड़ा और चमड़ा के उत्पादों में चीन सबसे . है और देश दूसरे स्थान पर है। आने वाले समय में भारत का फुटवियर में टॉप तीन में स्थान बनाने का लक्ष्य है।

खलासी लाइंस स्थित एलेन हाउस स्कूल में आयोजित पत्रकारवार्ता में चर्म निर्यात परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरके जालान ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय हालात के चलते चमड़ा उद्योग मुश्किल दौर में चल रहा है। उसके बाद भी कारोबार बढ़ रहा है। कानपुर से पिछले साल सात हजार करोड़ का निर्यात हुआ था, जबकि घरेलू बाजार 18 हजार करोड़ रहा। पिछले साल की तुलना में पांच प्रतिशत से ज्यादा का निर्यात लक्ष्य इस साल निर्धारित किया गया है। अच्छी बात ये है कि कानपुर समेत देश का अमेरिका के साथ कारोबार फिर तेजी से बढ़ने लगा है। यह 16 प्रतिशत सकारात्मक की दर से बढ़ रहा है। हालांकि यूरोप का बाजार अभी भी कमजोर है। मध्य एशिया और रूस के साथ भी निर्यात बढ़ रहा है।


पिछले साल की तुलना में अप्रैल से अगस्त महीने तक के निर्यात में डॉलर टर्म में .75 प्रतिशत की मामूली गिरावट है लेकिन रुपये टर्म में बढ़ोतरी है। अंतरराष्ट्रीय हालात को देखते हुए इसे बेहतर कह सकते हैं। अमेरिका के बाद यूरोप सबसे बड़ा बाजार है लेकिन वहां पर मांग पहले जैसी नहीं है लेकिन इन सबके बीच मध्य एशिया और रूस का बाजार बढ़ रहा है। 2023-24 में देश से चमड़ा और चमड़ा का निर्यात 38,833.29 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

परिषद के पूर्व अध्यक्ष मुख्तारूल अमीन ने बताया कि कानपुर ही ऐसा शहर है, जहां पर उत्पादों की विविधता है। यहां पर चमड़ा बनता है। इसके साथ ही सैडलरी, जूता, स्पाेर्ट्स शूज, बैग, पर्स बेल्ट और डिजाइनर उत्पाद तक बनते हैं। ऐसा देश में कहीं पर भी नहीं है। शहर में चमड़ा क्षेत्र में नया निवेश और नए लोग आ रहे हैं। पूरे विश्व में शहर के उत्पादों की मांग है। उन्होंने बताया कि साउथ के शहरों में विदेशी कंपनियों के साथ समझौता किया जा रहा है। जिससे 50 हजार जोड़ी जूता बनने वाली इकाई खुल सकेंगी। प्रदेश में भी इस तरह के समझौते के प्रयास किए जा रहे हैं। क्षेत्रीय अध्यक्ष असद के इराकी ने कहा कि लेदर मेला के जरिए शहर के लोग विदेश में निर्यात होने वाले उत्पाद खरीद सकेंगे। निर्यातक राकेश सूरी ने कहा कि अगले सालों में मेला में बीटूबी बैठकें कराने के प्रयास होंगे।


मोतीझील में आज से 35 स्टाल लगेंगे, फैक्टरी दाम पर मिल सकेंगे उत्पाद
आरके जालान ने बताया कि मोतीझील लॉन में चार दिवसीय लेदर मेला गुरुवार से शुरू होगा। इसमें फैक्टरी दाम पर चमड़ा के बने जूता, स्पोर्ट्स शूज, बेल्ट, पर्स, बैग आदि उत्पाद शहरी खरीद सकेंगे। अलग-अलग कंपनियों के 35 स्टाॅल लगेंगे। लेदर मेला के पांचवें संस्करण में पहली बार बेस्ट स्टार्टअप, सोशल मीडिया प्रमोशन, इनोवेटिव डिजाइन, बेस्ट स्टाल, वूमेन इंटरप्रेन्योर के पुरस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि फुटवियर क्षेत्र में दूसरे क्षेत्र के औद्योगिक घराने भी आ रहे हैं। मुख्तारूल अमीन ने बताया कि एलन कूपर, मोडि्रबा, एबेटोस, मॉर्डब्ट, पेपरवन, सेल्टिक, कैब्रिनी, लकी टोनी, मैकॉ, लग्जरी लेदर, क्यूरो बोल्सा, दो फीट, एचएक्स, लंदर, ब्लैक हॉर्न, मिडास के ब्रांड अपने उत्पाद बेचेंगे।

 


रमईपुर मेगा लेदर क्लस्टर पर जल्द . बढ़ेगी बात
राष्ट्रीय अध्यक्ष आरके जालान ने बताया कि बहुप्रतीक्षित रमईपुर मेगा लेदर क्लस्टर के संबंध में केंद्र सरकार, राज्य सरकार और एसपीवी के लोगों के साथ बैठक हुई थी। इसमें 15 अक्तूबर तक जमीन से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया है। केंद्र और राज्य सरकार के अफसरों ने इसे जल्द शुरू कराने का आश्वासन दिया है। भारत से . इटली, इंडोनेशिया, वियतनाम, चीन और एक अन्य हैं।

नियमों के विपरीत निर्यात करने वाली कंपनियों पर होगी सख्त कार्रवाई
कानपुर। बताया गया कि कच्चा चमड़ा की कीमतें अधिक हैं। इसे कम करने की जरूरत है। जरूरत पड़ने पर औसत दाम तय किए जा सकेंगे। जो कंपनियां ऊंचे दाम पर और नियमों के विपरीत निर्यात कर रही हैं। उनके खिलाफ सरकार ने सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। ये सभी नई कंपनियां हैं और इनवाइस में गड़बड़ी करके कम दाम पर विदेशों में कच्चा चमड़ा निर्यात कर रही हैं। इनकी जांच सरकार ने कराई है।


Credit By Amar Ujala

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