यूपी- Auraiya: भाभी की तेरहवीं में शामिल होने आया था, गांव में घेरकर मारे कई चाकू… कोर्ट में गवाही देने से थे नाराज – INA
यूपी के औरैया जनपद के एरवाकटरा थाना क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया, जब पुलिस को गांव समायन में 2 पक्षों में मारपीट और गोली चलने की जानकारी मिली. मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना में घायल हुए लोगों को सरकारी अस्पताल भेजा, जहां से डॉक्टरों ने एक घायल व्यक्ति को सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया की सूचना गोली चलने की मिली थी. लेकिन घटना पहली नजर में चाकुओं से हमला नजर आ रहा है.
औरैया जनपद के एरवाकटरा थाना क्षेत्र के गांव समायन निवासी संतराम ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे घर में भतीज बहु जोकि फरीदाबाद में रहती थी. उसकी मृत्यु हो जाने के कारण उसके पार्थिव शरीर का दाह संस्कार किया गया, इसलिए मेरा बेटा वीर सिंह भी दिल्ली से आया था. बुधवार शाम को हम लोग खाना खा रहे थे, तभी मेरा बेटा वीर सिंह बोला कि मैं गांव घूमने जा रहा हूं. गांव घूमते समय कुछ लोगों ने रास्ते में वीर सिंह को घेर लिया तो उसने अपने भाई को फोन किया और कहा कि कुछ लोग मुझे मार रहे है.
पुरानी रंजिश के चलते हुई लड़ाई
जब तक मेरा दूसरा बेटा वहां पहुंचता तब तक विपक्षी लोगों ने मेरे बेटे वीर सिंह को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. भाई को बचाने पहुंचे तो आरोपियों ने दूसरे बेटे पर भी चाकू से हमला कर घायल कर दिया.संतराम ने जानकारी देते हुए बताया की हमलावरों से हमारी पुरानी रंजिश है.विपक्षियोंके द्वारा 8 लाख रुपए फर्जी तरीके से गबन किए गए, उस मामले में हमने गवाही दी , जिसके कारण से पहले में हमलावरों ने मुझ पर हमला किया था.
पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया
साल 2022 मेरे ऊपर विपक्षियों ने हमला किया था और आज मेरे बेटों पर जानलेवा हमला किया है. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर ने बताया कि एरवाकटरा थाना क्षेत्र का समायन गांव है, जहां पर आज दो व्यक्तियों के बीच में लड़ाई झगड़ा हुआ था. जिसके दौरान दोनों को चोट लगी है. सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर जांच किया और घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया.
पुलिस को नहीं मिला गोली चलने का सबूत
गोली चलने की कोई घटना कोई सबूत नहीं मिला है. पहली नजर में अभी तक चाकू के ही हमले का पता चला है. पहला पक्ष वीर सिंह जाटव पुत्र संतराम और दूसरा पक्ष राघवेंद्र दिवाकर पुत्र सियाराम का है. दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं. दोनों के बीच पैसे का लेनदेन और गवाही देने के बात को लेकर झगड़ा हुआ था. वीर सिंह के पेट में चाकू लगी है, जिन्हें इलाज के लिए सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. वहीं, दूसरा पक्ष राघवेंद्र के बाएं पैर में चोट लगी है और उन्हें भी सीएससी में भर्ती किया गया है.
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वहीं पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्स से सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
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