खबर शहर , Kanpur: मंत्री सुरेश खन्ना बोले- इंडस्ट्रियल लैंड लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने पर सरकार का रुख सकारात्मक – INA
इस्पात नगर (व्यापार नगर) की जमीन जहां 400 छोटे-बड़े उद्योग कार्यरत है, उसके उपयोग को कॉमर्शियल से इंडस्ट्रियल में परिवर्तित किया जाए, जिससे उद्यमियों को प्रदूषण विभाग से एनओसी मिल सके। साथ ही इंडस्ट्रियल लैंड को लीज होल्ड से फ्री होल्ड कराया जाए। ये मांगे रविवार को इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से आईआईए भवन में आयोजित बैठक में उद्यमियों ने वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना से की। मंत्री ने दोनों मुद्दों पर आश्वासन दिया कि इस पर जल्द कार्रवाई होगी। लीज होल्ड से फ्री होल्ड पर सरकार का रुख सकारात्मक है। इस पर अतिशीघ्र विचार किया जाएगा।
चैप्टर के अध्यक्ष दिनेश बरासिया ने उत्तर प्रदेश जल निगम की ओर से कानपुर जिले में सीवर लाइन डालने के लिए एसी माझा पाइप की आपूर्ति निविदा जारी करने पर कहा कि प्रदेश में एसी माझा पाइप का एक भी उद्योग नहीं है। उन्होंने बताया कि जीएसटी के पुराने मामलों में शहर के करीब 400 व्यापारियों व उद्यमियों के खातों को बिना किसी नोटिस के जीएसटी विभाग ने सीज कर दिया है, जबकि उनके मामले हल हो चुके हैं। वित्त मंत्री ने दोनों मामलों में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। राष्ट्रीय महामंत्री आलोक अग्रवाल ने फुटवियर पर से 12 प्रतिशत जीएसटी हटाने की मांग की। वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने कानपुर देहात में घटित आगजनी के बाद युवा उद्यमी को जेल भेजे जाने पर चिंता जताई। यहां पर हर्षल अग्रवाल, विक्रांत अग्रवाल, जय हेमराजानी, एसबी जाखोटिया, मनमोहन राजपाल, एलडी रूपानी, विशाल नड्डा, नवीन खन्ना, मनू रस्तोगी, मृगांक मिश्रा, निष्कर्ष गुप्ता आदि रहे।
जेल में बंद उद्यमियों के पिता ने हाथ जोड़कर मांगा न्याय
रनियां स्थित फैक्टरी में लगी आग के मामले में जेल में बंद उद्यमी के पिता अजय अग्रवाल ने वित्त मंत्री से मुलाकात की। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा कि हमने मृतकों के परिवारों को 12-12 लाख रुपए मुआवजा दिया है। पीड़ित परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं, लेकिन मेरे बेटे की कोई गलती नहीं है। वित्त मंत्री ने कहा कि कानून पर भरोसा रखिए, कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा। वहीं, सुनील वैश्य ने कहा कि उनके बेटे ने अमेरिका से पढ़ाई कर फैक्टरी शुरू की। फैक्टरी में आग लग गई, तो उनकी क्या गलती। उन्होंने पीड़ित परिजनों को मुआवजा भी दे दिया, लेकिन गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।