यूपी – UP: अखिलेश यादव ने दिया स्पष्ट संदेश… जन आंदोलन के साथ पीडीए के दम पर लड़ा जाएगा चुनाव, इस तरह हुआ घटनाक्रम – INA
सपा ने वर्ष 2027 में होने वाले चुनाव के लिए अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि आने वाला चुनाव जन आंदोलन के साथ ही पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) के दम पर लड़ा जाएगा। पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में पीडीए पर फोकस करने की सहमति बनी थी। लोकसभा चुनाव से पहले सपा ने पीडीए यात्रा भी निकाली थी। ऐसे में शुक्रवार को लोकनायक की जयंती पर उनकी मूर्ति का माल्यार्पण पीडीए रथ पर ही किया गया।
सपा कार्यालय के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के बावजूद काफी कार्यकर्ता सुबह में वहां पहुंच गए थे। करीब सुबह 11 बजे पीडीए रथ यात्रा की गाड़ी कार्यालय से बाहर आई। इस पर पीछे जय प्रकाश नारायण की मूर्ति रखी हुई थी। सवा 11 बजे अखिलेश ने बाहर आकर मूर्ति पर माल्यार्पण किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। करीब 10 मिनट के बाद अखिलेश वापस चले गए। तब कार्यकर्ताओं ने जेपी की मूर्ति पर माल्यार्पण करके फोटो खिंचवानी शुरू की। दोपहर 12 बजते-बजते कार्यकर्ताओं की भीड़ और पुलिस की सख्ती दोनों कम होनी शुरू हो गई। बैरिकेडिंग का कुछ हिस्सा हटा दिया गया।
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बीते लोकसभा चुनाव के परिणाम से उत्साहित समाजवादी पार्टी सदन से लेकर सड़क तक आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। सदन में जोरदार तरीके से अपनी बात रखने वाली सपा जमीनी स्तर पर भी उपस्थिति दर्ज कराने का मौका नहीं छोड़ रही है। जेपी की जयंती पर सपा ने एक बार फिर से इसे साबित किया है।
सपा की महानगर और जिला इकाई ने कर रखी थी तैयारी
शुक्रवार को नवरात्र की अष्टमी व नवमी होने के कारण सपा के शीर्ष नेतृत्व ने जेपी की जयंती पर बड़ा आंदोलन स्थगित कर दिया। हालांकि सपा की महानगर व जिला इकाई ने जयंती की पूरी तैयारी कर रखी थी लेकिन शीर्ष नेतृत्व से हरी झंडी न मिलने की वजह से कार्यकर्ताओं ने जेपीएनआईसी का रुख नहीं किया।
सपा के महानगर अध्यक्ष फाखिर सिद्दीकी, जिला अध्यक्ष जय सिंह जयंत के साथ ही गौरव सिंह यादव, सौरभ सिंह यादव व शब्बीर अहमद खान आदि पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को ही कार्यकर्ताओं से शुक्रवार को जेपीएनआईसी पहुंचने का संदेश दे रखा था। अंतिम समय पर इस कार्यक्रम में बदलाव कर दिया गया।