यूपी – वाह रे डॉक्टर: खांसी को बताया कैंसर, युवक झेलता रहा मानसिक और आर्थिक पीड़ा; मुंबई की जांच में हकीकत आई सामने – INA

उत्तर प्रदेश के आगरा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां किसान राजकुमार को दो महीने तक कैंसर रोगी की तरह मानसिक, शारीरिक और आर्थिक पीड़ा झेलनी पड़ी। खांसी की शिकायत पर चिकित्सक ने लैब से जांच कराई थी। इसमें कैंसर बताकर सात-आठ लाख रुपये का खर्च बताया गया। परिवार बीमारी की बात सुनकर दहशत में आ गया। परिजन पहले मुंबई, फिर नोएडा के अस्पताल ले गए। दोनों ने रिपोर्ट निगेटिव बताई। 

इस पर पुलिस आयुक्त और सीएमओ से शिकायत की गई। 21 महीने बाद मामले में दो पैथोलॉजिस्ट के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पीड़ित ने जांच कराने वाले तीन डाक्टरों पर भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। 17 जनवरी 2023 को किरावली के गांव कुकथला निवासी राजकुमार ने खांसी होने पर एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रो. डॉ. टीपी सिंह को दिखाया था। 


उनसे दवा लेने पर भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। खून की उल्टी होने लगी। डॉ. टीपी सिंह ने डॉ. मुकेश शर्मा के पास फेफड़ों की बायोप्सी के लिए भेजा। जांच के लिए स्लाइड अग्रवाल क्रिटिकल केयर सेंटर, शांति मधुवन प्लाजा भेजी गई। क्लीनिकल पैथोलॉजी में जांच हुई। रिपोर्ट में फेफड़ों में कैंसर बताया।


डॉक्टर ने तुरंत इलाज की सलाह दी। डर दिखाया गया कि दो-चार दिन ही बचे हैं। इससे पूरा परिवार घबरा गया। चिकित्सक की सलाह पर सिकंदरा स्थित पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर एंड रिसर्च सेंटर के डॉ. संदीप अग्रवाल से स्कैन कराया। 11 फरवरी 2023 को रिपोर्ट दिखाने पर डॉ. मुकेश शर्मा ने ऑपरेशन की सलाह दी। 


इसका खर्च भी सात-आठ लाख रुपये बताया। उनके पास इतनी रकम नहीं थी। उन्होंने डॉक्टर के माध्यम से खुद को एम्स रेफर कराया। 13 फरवरी को मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल में गए, जहां पर 23 फरवरी तक जांच की गईं। आखिरी बार छह मार्च को रिपोर्ट निगेटिव आईं। डॉक्टर ने कैंसर से इन्कार कर दिया। 


वहीं पूर्व में हुई जांच का सैंपल लाने को कहा। मगर, वह लैब में गए तो सैंपल नहीं दिया। वह संतुष्टि के लिए मेदांता हास्पिटल, नोएडा में भी दिखाने गए। चिकित्सक ने कैंसर से इन्कार कर दिया। आरोप लगाया कि डॉ. टीपी सिंह, डॉ. मुकेश शर्मा, डॉ. संदीप अग्रवाल, क्लीनिकल पैथोलॉजी लैब के डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल ने साजिश के तहत कैंसर की झूठी रिपोर्ट दी थी। यह लोग आठ-10 लाख रुपये ऐंठना चाहते थे। 


इससे उन्हें मानसिक, शारीरिक और आर्थिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। मामले में पुलिस आयुक्त से शिकायत की गई थी। वहीं सीएमओ ने भी जांच कराई। थाना हरीपर्वत के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पैथोलॉजिस्ट डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित ने अन्य डॉक्टरों पर भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। हालांकि सीएमओ की जांच रिपोर्ट में उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है। फिर भी पुलिस जांच कराने वाले डॉक्टरों से भी पूछताछ करेगी।


Credit By Amar Ujala

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