खबर शहर , UP: परिवहन अधिकारियों की गजब की लापरवाही, मंडलायुक्त के सामने रखे सड़क सुरक्षा के फर्जी आंकड़े; दी गई चेतावनी – INA

आगरा में सड़क सुरक्षा को लेकर परिवहन अधिकारियों की लापरवाही देखिए। मंडलायुक्त की समीक्षा में फर्जी आंकड़े परोस दिए। मनगढ़ंत दुर्घटनाएं दिखाईं। फिरोजाबाद व मैनपुरी में सड़क दुर्घटनाएं कम दिखाईं जबकि आगरा में 12 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की है। आंकड़े मेल नहीं खाने पर मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के एआरटीओ को चेतावनी नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।

वर्ष 2024 में 10 महीने से फिरोजाबाद में सड़क सुरक्षा को लेकर एक बैठक तक नहीं की गई। सड़क दुर्घटनाओं में तीन या तीन से अधिक लोगों की मृत्यु की संयुक्त जांच के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने चारों जिलों में सड़क दुर्घटना का ब्योरा तलब किया है। वहीं, आगरा में 131 ब्लैक स्पॉट मिले। जबकि फिरोजाबाद में 13, मैनपुरी में 16 और मथुरा में 28 ब्लैक स्पॉट हैं। जहां सर्वाधिक दुर्घटनाएं होती हैं। मंडलायुक्त को बताया गया कि आगरा में 21 ब्लैक स्पॉट को छोड़कर बाकी सभी पर अल्पकालिक सुधार किए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के ब्लैक स्पॉट चिह्नित नहीं करने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई। टोल प्लाजा से गुजरने वाले ओवरलोड वाहनों के आंकड़ों में गड़बड़ियां मिलीं। 6 टोल की रिपोर्ट मंडलायुक्त ने दोबारा मांगी है।

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मानक विरुद्ध संचालित 77 स्कूल बस पंजीयन निलंबित

मंडल में जनवरी से सितंबर तक 2960 पंजीकृत स्कूल बस की जांच की गई। जिसमें 77 बस मानक विरुद्ध संचालित मिलीं। इनके पंजीयन निलंबित किए हैं। 214 बसों का पंजीयन निरस्त होगा। आईजी रेंज दीपक कुमार ने चारों जिलों में रोड सेफ्टी क्लब बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनसंख्या के अनुपात में क्लब की संख्या बढ़ाने को कहा। उधर, गुड सेमेटिरन योजना के तहत आगरा व मथुरा में दो-दो लोगों को लाभ मिला। इन्होंने गोल्डन ऑवर में सड़क दुर्घटना के घायलों को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाई थी।

 


Credit By Amar Ujala

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