खबर शहर , फर्जी एसआईटी की रेड: डीआईओएस कार्यालय का बाबू नहीं पहचान सका…दे बैठा इतनी रिश्वत, इसलिए किसी को नहीं बताया – INA

आगरा में स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) बनकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के वरिष्ठ सहायक से 80 हजार रुपये की ठगी हुई है। वरिष्ठ सहायक ने भय की वजह से मामले की शिकायत पुलिस तक से नहीं की। पुलिस को किसी प्रकार जानकारी मिली, तो कार्यालय पहुंची। ठगी मामले पर शिकायत मांगी है।

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डीआईओएस कार्यालय पहुंची पुलिस
थाना नाई की मंडी पुलिस मंगलवार को डीआईओएस कार्यालय राजकीय इंटर कॉलेज पर पहुंची। पुलिस को देखकर कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। इसकी वजह विजिलेंस की कार्रवाई का भय होना है। पुलिस कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक कृष्णगोपाल शर्मा से ठगी होने को लेकर पहुंची थी। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ.मानवेंद्र सिंह ने बताया कि घटना 19 अक्तूबर की है। एक महिला और दो लोग कार्यालय में आए थे, वरिष्ठ सहायक कृष्णगोपाल को रिश्वत के मामले में फंसाकर एसआईटी से गिरफ्तार करने की धमकी देने लगे। 

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गिरफ्तारी के डर से दी रकम
इसी का दबाव बनाकर कृष्ण गोपाल को एसबीआई बैंक शाहगंज ले गए और वहां से 80 हजार रुपये लेकर चले गए। अब पुलिस मामले की जांच के लिए आई थी। उनको वरिष्ठ सहायक ने बताया कि पहले यह लोग स्कूल की मान्यता के खर्चे की जानकारी करने आए थे। तभी कोई वीडियो बना लिया था। डीआईओएस के अनुसार ऐसी टीम फिरोजाबाद के डीआईओएस से मिलने गई थी। यह गैंग डराकर ठगी कर रहा है।

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सीसीटीवी कैमरे में नहीं मिला रिकॉर्ड
राजकीय इंटर कॉलेज में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए है। पुलिस ने कैमरों को भी देखा लेकिन पुराना रिकार्ड नहीं मिला। विद्यालय के कैमरों में सात दिन का रिकार्ड सुरक्षित रहता है। अब पुलिस बैंक के कैमरों से आरोपियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।


Credit By Amar Ujala

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