खबर शहर , UP Crime News: खुलेआम एलान करके कर दी अधेड़ की हत्या, 18 घंटे पहले की थी घोषणा… सुलह करो या घर छोड़ो – INA
यूपी के बाराबंकी में बुधवार को अधेड़ की हत्या व तीन को घायल करने के मामले में परिजनों ने सनसनीखेज खुलासा किया। भतीजे ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि एक दिन पहले ही रात में उनके घर आकर धमकी दी गई थी कि पुराने मुकदमे में सुलह करो या घर छोड़कर चले जाओ, नहीं हो हत्या कर दी जाएगी। तहरीर पर पुलिस ने 11 लोंगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
घटना लोनीकटरा थाना क्षेत्र के रामगंज गांव की है। बुधवार देर रात मृतक शत्रोहन प्रजापति के भतीजे अर्जुन ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि गांव के विशंभर के पक्ष से पुराने मुकदमे को लेकर रंजिश थी। एक दिन पहले मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे लोकेंद्र सिंह ने घर आकर धमकी दी थी कि मुकदमे में सुलह कर लो या घर छोड़कर भाग जाओ। विपक्षियों द्वारा कल हत्या कर दी जाएगी।
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पुलिस कर रही गिरफ्तारी के प्रयास
अगले ही दिन बुधवार को शत्रोहन बाजार से घर आ रहे थे तो गांव में पहुंचते ही महेश, सुरेश, चंद्रपाल, रिंकू, पिंटू, विशंभर, सुखरानी, सुघरा व किरण ने हथौड़ी, बांका, कुल्हाड़ी व हंसिया से हमला कर लहूलुहान कर दिया। बचाने गए शत्रोहन के भाई गिरधारी व गिरधारी के पुत्र सचिन को भी घायल कर दिया। जिनका इलाज जारी है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को कई आरोपियों को हिरासत में ले लिया। लोनीकटरा के एसओ दौमित्र सेन रावत ने बताया कि 11 पर हत्या का केस दर्ज कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
परिजन नाराज…आज होगा अंतिम संस्कार
त्रिवेदीगंज (बाराबंकी) शत्रोहन के शव को पोस्टमार्टम के बाद बृहस्पतिवार शाम रामगंज गांव लाया गया। लेकिन नाराज परिजनों ने नामजद आरोपियों का नाम निकालने की आशंका जताते हुए अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। कहाकि सीएम से मिलकर अपनी बात कहेंगे। इस पर हैदरगढ़ के विधायक दिनेश रावत व एसडीएम ने नाम नहीं निकाले जाने, आर्थिक सहायता देने व सीएम से वार्ता कराने की आश्वासन दिया। शुक्रवार को अंतिम संस्कार होगा।
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पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया विवाद
जमीनी विवाद का मामला कई बार थाने पहुंचा मगर पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। पुलिसकर्मियों की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता कि बुधवार को शत्रोहन की मौत की पुष्टि करने में डेढ़ घंटे लग गए। परिजनों ने साफ कहा कि वे अपनी शिकायतें लेकर पुलिस के पास जाते रहे। थाना दिवस में भी गए।