यूपी- जेल के अंदर खेती! गाजीपुर में कैदी खुद उगा रहे ऑर्गेनिक सब्जियां, खाने में हो रही इस्तेमाल – INA
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की जिला जेल में करीब 677 बंदी मौजूद हैं. इन बंदियों में से कुछ सजायाफ्ता हैं तो कुछ फिलहाल अंडर ट्रायल चल रहे हैं. इन बंदियों के रहने की वजह से इनके भोजन की व्यवस्था भी की जाती है. जिसकी वजह से बाजार से हर दिन सब्जियां भी खरीदनी पड़ती थीं. लेकिन जेल प्रशासन की पहल की वजह से अब जेल के अंदर सब्जियां बाजार से जाना बंद हो गई हैं. जेल के अंदर ही 5 एकड़ जमीन में बंदियों और कैदियों के द्वारा खेती की जा रही है. इससे जेल में बंद सभी बंदियों को ताजी और ऑर्गेनिक सब्जियां मिल जाती हैं. जिन बंदियों को खेती के काम में लगाया गया है उन्हें काम करने के एवज में हर दिन 50 रुपये पारिश्रमिक भी दिया जाता है.
गाजीपुर जेल किसी जमाने में प्रदेश के टॉप टेन जिलों में शुमार हुआ करता था. यहां मुख्तार अंसारी जैसे कैदी भी रह चुके हैं. उनके जेल में रहते वक्त तालाब की खुदाई कर तरह-तरह की मछलियों का पालन भी किया जाता रहा है. मुख्तार अंसारी गाजीपुर के इस जेल से आगरा जेल के लिए ट्रांसफर हुए तब इस तालाब पर रोक लग गया था.
जेलर की अनूठी पहल
जेलर राकेश कुमार वर्मा की बात माने तो जेल परिसर के अंदर 5 एकड़ के खेत में काम करने के लिए कुल 51 बंदियों को शामिल किया गया है. उनकी टोली का नाम बगिया रखा गया है. जैसे ही सुबह बंदियों की गिनती होती है बगिया टीम के सभी 51 बंद कैदी उस भीड़ से अलग होकर अपने-अपने हाथों में कुदाल फावड़ा लेकर तैयार हो जाते हैं. इसके बाद इन लोगों को जेलर या डिप्टी जेलर के समक्ष पेश किया जाता है और उनके निर्देश के बाद एक बंदी रक्षक इन सभी लोगों को खेतों में लेकर चला जाता है. जहां पर यह लोग प्रतिदिन अपना काम कर रहे हैं हरी सब्जियां उगा रहे हैं.
उगा रहे हरी सब्जियां
जेल परिसर के अंदर 5 एकड़ के खेत में करीब डेढ़ एकड़ में मूली, पालक, फूलगोभी, पत्ता गोभी, टमाटर, धनिया, बैगन के साथ ही अन्य मौसमी सब्जियां लगी हुईं हैं. जबकि 3.5 एकड़ में आलू की खेती की गई है. इस खेती के लिए बंदी 10:30 तक अपने खेतों मैं काम करते हैं और फिर वापस आकर भोजन करने के बाद आराम करते हैं. फिर 2:00 बजे खेत में पहुंचकर 5:00 बजे वापस होते हैं. इसको लेकर शासन की तरफ से प्रतिदिन ₹50 का पारिश्रमिक भी दिया जाता है.
जेल में बंद 677 बंदी
जेलर ने बताया कि मौजूदा समय में गाजीपुर जेल में 677 बंदी हैं, जिसमें सजायाफ्ता पुरुष कैदी 120, हवालाती पुरुष बंदी 547, सजायाफ्ता महिला कैदी 11 और हवालाती महिला बंदी 25 है. जिसमें से 51 बंदी जो हत्या, लूट, दहेज हत्या, चोरी, दुष्कर्म, गैंगस्टर के साथ ही अन्य कई मामले में बंद हैं. वह जेल के खेतों में सब्जियां उगा रहे हैं और जेल प्रशासन की तरफ से पारिश्रमिक भी पा रहे हैं.
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