देश – मंदिर में निकाह पर भड़की हिंदू युवा वाहिनी ने हंगामा किया, तहरीर भी दी, जानिए पूरा मामला – #NA

Ghaziabad News :
 मोदीनगर में सामाजिक समरसता के प्रयास को उस समय करारा झटका लगा जब मंदिर परिसर में निकाह की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामे के चलते निकाह बीच में ही रुक गया, बाद में निकाह की रस्म घर पर पूरी की गईं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल मामले को संभाला और हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया। मामले में हिंदू युवा वाहिनी की ओर से मोदीनगर थाना पुलिस को एक तहरीर भी दी गई है।

सूचना पर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा

मोदीनगर के गोविंदपुरी इलाके स्थित शक्तिधाम मंदिर में निकाह कराया जा रहा था। सुदामापुरी निवासी एक शख्स की बेटी के साथ निकाह करने के लिए दूल्हा लोनी से बारात लेकर पहुंचा था। कुछ लोगों ने इसे सांप्रदायिक सौहार्द की बानगी बताते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया। सूचना पाकर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। नीरज शर्मा के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं का आरोप था कि निकाह के दौरान दावत में मांसाहार का प्रयोग किया जाता है, इसलिए मंदिर परिसर में निकाह की इजाजत नहीं दी जा सकती।

काजी ने घर पर पूरा कराया निकाह

मंदिर परिसर में निकाह कराए जाने की सूचना पर हिंदू वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराया। मंदिर परिसर में निकाह को लेकर हंगामा होते देख काजी ने निकाह बीच में ही रोक दिया। हंगामें की सूचना पर मौके पर पहुंचे मोदीनगर थाना प्रभारी प्रशांत त्यागी ने हंगामा कर रहे लोगों को समझा बुझाकर शांत किया। इसके बाद दुल्हन के घर पर निकाह की व्यवस्था की गई, इसी बीच अधिकांश बाराती लौट गए। बाद में काजी ने दुल्हन के घर निकाह की रस्म पूरी कराईं।

कमेटी की अनुमति से हो रहा था निकाह

दुल्हन पक्ष का कहना है कि सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश देने के उद्देश्य से मंदिर कमेटी की अनुमति पर ही मंदिर परिसर में निकाह कराया जा रहा था। नीरज शर्मा की ओर से मोदीनगर थाने में मंदिर कमेटी के खिलाफ तहरीर दी है। मामले में एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय का कहना है कि मंदिर परिसर में निकाह की सूचना पर कुछ लोगों ने विरोध किया था। विरोध कर रहे लोगों को पुलिस ने समझा बुझाकर शांत कराया।

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

Source link

Back to top button