यूपी- गाजीपुर: रेलवे फाटक पर खड़े-खड़े खत्म हो गया ऑक्सीजन, रुक गई मरीज की सांसें – INA
रेलवे की तरफ जगह-जगह बनाई गई क्रॉसिंग कभी-कभी लोगों के लिए मुसीबत और जान तक ले लेती है. ऐसा ही कुछ मामला गाजीपुर के ताजपुर मौलाना गांव के ग्राम प्रधान के साथ हुआ जब उन्हें ऑक्सीजन की कमी के कारण घरवाले वाराणसी लेकर जा रहे थे, लेकिन रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के चलते करीब 40 मिनट तक रेलवे क्रॉसिंग पर इंतजार करना पड़ा. इस दौरान सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म हो गया. ऐसे में परिजन स्टेशन मास्टर और केबिन मैन से क्रासिंग खोलने की गुहार लगाते रहे लेकिन क्रॉसिंग नहीं खुली और ग्राम प्रधान की मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक खानपुर थाना क्षेत्र के ताजपुर मोलना गांव की महिला ग्राम प्रधान अनीता देवी का हृदय गति रुकने से मौत हो गई. अनिता देवी(45) पत्नी पप्पू राम की रविवार की रात अचानक तबियत बिगड़ गई. पप्पू राम ने बताया कि अनीता देवी को घबराहट होने के साथ ही सांस लेने में समस्या हो रही थी. ऐसे में वह उन्हें पास के एक प्राइवेट हॉस्पिटल लेकर गए.
वाराणसी के लिए जाने की सलाह
अनिता देवी के बेहतर इलाज के लिए उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर ने एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सिलिंडर की मदद से वाराणसी के लिए जाने की सलाह दी. जानकारी के मुताबिक हॉस्पिटल में मौजूद ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन कम था लेकिन वाराणसी तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त था. ऐसे में डॉक्टर ने महिला ग्राम प्रधान को सिलेंडर लगाकर वाराणसी के लिए रवाना कर दिया. बिहारीगंज चौराहे पर रेलवे फाटक बंद होने से एम्बुलेंस को करीब चालीस मिनट तक खड़ा रहना पड़ा.
फाटक खोलने की लगाई गुहार
अनिता देवी की समस्या देखकर ग्राम प्रधान के पति ने गेट में से स्टेशन मास्टर का मोबाइल नंबर लेकर रेलवे फाटक खोलने की गुहार लगाई, लेकिन स्टेशन मास्टर और केबिन मैं रेलवे नियमों का हवाला देते हुए रेल फाटक नहीं खोला. इस बीच ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म हो गया और थोड़ी देर में अनीता देवी की मौत हो गई.
अच्छे कामों के लिए किया जा चुका है सम्मानित
ताजपुर मोलना का पहली बार प्रधान बनीं अनीता देवी को अच्छे कार्य के लिए जिला मुख्यालय पर डीएम आर्यका अखौरी सहित सैदपुर ब्लॉक पर अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया जा चुका था. स्थानी लोगों की बात माने तो बिहारीगंज का रेलवे क्रॉसिंग आए दिन लंबे समय तक बंद रहता है, जिसकी वजह से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
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