यूपी- पाकिस्तान में जिंदा, भारत में हो गई ‘मौत’… जमीन हड़पने के लिए भाई ने बनवा लिया डेथ सर्टिफिकेट – INA
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां लोधीपुर में रहने वाले सादिक अली व्यक्ति बंटवारे के वक्त पाकिस्तान चले गए थे. उनके जाते ही उनके सगे भाई जाहिद ने नगर निगम में फर्जी डेथ सार्टिफिकेट बनवाकर सारी संपत्ति हड़प ली है. कायदे से यहां उनकी उनकी संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित होनी चाहिए. अब मामले का खुलासा होने के बाद जांच कराई गई तो पता चला कि नगर निगम से जिस व्यक्ति का डेथ सार्टिफकेट जारी हुआ था, वह आज भी पाकिस्तान में जिंदा हैं.यही नहीं, मामले की जांच के दौरान पता चला है कि उनके नाम से एक नहीं, बल्कि तीन-तीन डेथ सार्टिफिकेट बने हैं.
मामले का खुलासा होने के बाद नगर निगम ने दो सार्टिफिकेट तो निरस्त कर दिए हैं, लेकिन अभी भी एक सार्टिफिकेट वैध है. यह खुलासा आरटीआई फोरम इंडिया के चेयरमैन की शिकायत पर हुआ है. इस शिकायत पर मामले की जांच कराई गई तो पता चला कि तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत से जीवित व्यक्ति का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा गया. बताया जा रहा है कि नगर निगम में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने का यह कोई पहला मामला नहीं है.चूंकि यह मामला ही ऐसा है, इसे जानकर और सुनकर नगर निगम के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है.
एलआईयू में दर्ज है यह मामला
इसमें पाकिस्तान की नागरिकता ले चुके व्यक्ति के तीन बार मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने और उनकी संपत्ति बेचकर खारिज दाखिल कराने का मामला है. जानकारी के मुताबिक बंटवारे के समय जो लोग देश छोड़ कर पाकिस्तान गए थे, उनकी अचल संपत्तियों को शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था. हालांकि इस मामले में पता चला कि इस मामले में उस व्यक्ति के पाकिस्तान जाते ही उनके भाई ने यहां डेथ सार्टिफिकेट बनवाया और पूरी संपत्ति हड़पकर बेच भी दिया. दरअसल सादिक अपनी संपत्ति को बेचने के लिए आठ मई 1969 को भारत आए थे. यहां उन्होंने अपने भाई जाहिद को संपत्तियों को बेचने के लिए अधिकृत किया, लेकिन उनके वापस लौटने के बाद जाहिद के मन में लालच पैदा हो गया. इसके बाद जाहिद ने उनका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा कर सारी जमीन बेच डाली है. शिकायतकर्ता अयूब अली के मुताबिक इस संबंध में पूरा विवरण एलआईयू कार्यालय में जानकारी दर्ज है.
तीन मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा कर हुई धांधली
अब अयूब अली ने प्रकरण की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.अब मामले की जांच के लिए कर निर्धारण अधिकारी ने सफाई एवं खाद्य निरीक्षक सतेंद्र कटियार व राजस्व निरीक्षक शिव पूजन को जांच की जिम्मेदारी दी है. अयूब अली के मुताबिक आरोपियों ने सात मार्च 2010 को उस व्यक्ति की मृत्यु दिखाया है और पांच अप्रैल, छह अप्रैल 2010 व चार सिंतबर 2012 के डेट से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया है. कर निर्धारण अधिकारी कुलदीप कुमार के मुताबिक मामला संज्ञान आने के बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में आगे की कार्रवाई होगी.
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