सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा प्रशासन पर सपा समर्थकों को वोट देने से रोकने के लिए दबाव बना रही है। सपा समर्थकों को वोट करने से रोका जा रहा है। अधिकारी लोगों को वोट नहीं करने दे रहे हैं। चुनाव आयोग ने कहा है कि पुलिसकर्मी मतदाताओं के कार्ड नहीं चेक कर सकते हैं फिर भी चेक करके उन्हें वोट देने से रोका जा रहा है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर एक बार पुलिस के लोग वोट करने से रोकते हैं तो दोबारा वोट करने के लिए जाएं। उन्होंने अधिकारियों का नाम लेते हुए उन्हें हटाने की मांग की है। अखिलेश यादव मतदान के बीच लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सपा के लोग ऐसे अधिकारियों का वीडियो बनाएं और तस्वीरें लें जो कि उन्हें वोट नहीं करने दे रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के दोनों इंजन आमने-सामने आ गए हैं। इसलिए इन चुनाव में बेईमानी हो रही है। भाजपा बेईमानी से चुनाव जीतना चाहती है। चुनाव में गड़बड़ी कराने में जो पुलिस अधिकारी लिप्त हैं। उनके नाम और पदनाम की लिस्ट हम बना रहे हैं। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कल को कोर्ट का फैसला इन बेईमानों के खिलाफ जायेगा। इनकी नौकरी, पेंशन, पीएफ सब जाएगी, इनके बच्चे परिवार और रिश्तेदारों में इज्जत भी जाएगी। जनता ऐसे अधिकारी को कैसे देखेगी बताने की जरूरत नहीं है। इलेक्शन कमिश्नर ने बेईमानों की जानकारी मिलेगी। मीरापुर के वोटर आई कार्ड छीनने वाले अधिकारी की मैं खुद जानकारी करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी मुख्य चुनाव आयुक्त से सुबह से दो बार बात हो चुकी है। उन्होंने कहा है कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ तथ्य उपलब्ध करवाएं। कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली और डिप्टी सीएम के खिलाफ
अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना कहा कि दिल्ली और दोनों डिप्टी सीएम इनके खिलाफ हैं। वो अपना सिंहासन बचाने के लिए लड़ रहे हैं लेकिन इतना सबकुछ होने के बावजूद सपा प्रदेश की सभी नौ विधानसभा सीटों का उपचुनाव जीत रही है। एक भी विधायक सीएम योगी के पक्ष में नहीं है।
लगता है चुनाव आयोग की इंद्रियां काम नहीं कर रही हैं
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा और कहा कि लगता है कि चुनाव आयोग की इंद्रिया काम नहीं कर रही हैं। इन लोगों को न तो कुछ दिखाई दे रहा है और न ही सुनाई दे रहा है।
वहीं, इसके पहले एक्स पर बयान देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिन मतदाताओं को पुलिस-प्रशासन द्वारा वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से वोट डालने जाएं। इस चुनावी गड़बड़ी की सूचना हर तरफ़ फैल गई है। चुनाव आयोग भी सतर्क हो गया है और अब उसकी तरफ से ये आश्वासन मिल रहा है कि जिन लोगों को वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से जाएं और अपना वोट जरूर डालें। अब कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।
अगर फिर से कोई रोके तो आप वहां उपस्थिति चुनाव आयोग के अधिकारियों या राजनीतिक दलों के लोगों को सूचित करें या चुनाव आयोग से सीधी शिकायत करें। चुनाव आयोग से मिले इस आश्वासन के लिए धन्यवाद।
प्रशासन व पुलिस के बेईमान अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। उनके वीडियो साक्ष्य उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई का आधार बनेंगे। बेखौफ जाएं और अपना वोट जरूर डालकर आएं।
Credit By Amar Ujala