इटावा में महिलाओं की सुरक्षा और समृद्धि के लिए जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, महिला थाना प्रभारी ने दी अहम जानकारी

इटावा, 21 नवम्बर 2024: आज इटावा के महिला थाना प्रभारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसवन्तनगर का दौरा किया, जहां उन्होंने आशा बहुओं, ANM, नर्सिंग स्टूडेंट्स और स्थानीय बच्चियों के साथ मिलकर ‘एंटी रोमियो मिशन शक्ति फेज-5’ के तहत सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण सत्र का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना था, बल्कि उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं और हेल्पलाइन नंबरों के बारे में भी जानकारी प्रदान करना था।

सुरक्षा के प्रति जागरूकता

महिला थाना प्रभारी ने उपस्थित सभी लोगों को समझाया कि सुरक्षा केवल एक ज़िम्मेदारी नहीं बल्कि एक आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है। इस सत्र में उन्होंने कई महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी, जिनका उपयोग आपात स्थितियों में किया जा सकता है। इनमें शामिल हैं:

पुलिस आपातकालीन सेवा (112): किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तुरंत संपर्क करने के लिए।
स्वास्थ्य सेवाएं (102, 108): चिकित्सा आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त करने के लिए।
वूमेन पावर लाइन (1090): महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों की स्थिति में इस हेल्पलाइन का उपयोग किया जा सकता है।
चाइल्ड हेल्पलाइन (1098): बच्चों के मामलों में सहायता के लिए।
वीमेन हेल्पलाइन (181): महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर (1076): जनता की समस्याओं के समाधान के लिए।
साइबर अपराध (1930): साइबर अपराध की घटनाओं की रिपोर्ट करने के लिए।

इन हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी देकर उन्होंने बताया कि संकट की घड़ी में इन सेवाओं का लाभ लेना न केवल आवश्यक है, बल्कि यह महिलाएं और बच्चे किस तरह से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं इस पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

सरकारी योजनाओं की जानकारी

महिला थाना प्रभारी ने साथ ही विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया, जो महिलाओं और बच्चों के कल्याण में सहायक हो सकती हैं। उन्होंने योजनाओं की सूची प्रस्तुत करते हुए बताया:

विधवा पेंशन योजना: विधवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए।
वृद्धावस्था पेंशन योजना: वृद्ध व्यक्तियों की आर्थिक सुरक्षा के लिए।
सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने हेतु।
प्रधानमंत्री आवास योजना: सभी को उचित आवास की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना: गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता।
नशा मुक्ति भारत अभियान: देश में नशामुक्ति हेतु जागरूकता फैलाने का अभियान।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना: माताओं को आर्थिक मदद देने के लिए।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य न सिर्फ सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना था बल्कि यह भी सुनिश्चित करना था कि महिलाएं और बच्चे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। महिला थाना प्रभारी के इस प्रयास से स्थानीय समुदाय में एक सकारात्मक बदलाव लाने की आशा है। उन्होंने कहा कि हर महिला और बच्चा अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने में सक्षम होना चाहिए तथा जो योजनाएं सरकार द्वारा संचालित की जा रही हैं, उनका लाभ उठाना चाहिए।

अंत में, थानाध्यक्ष ने सभी उपस्थित महिलाओं, आशा बहुओं, ANM और नर्सिंग स्टूडेंट्स को आगे आकर अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहने और दूसरों को भी जागरूक करने का आह्वान किया। इस प्रकार की गतिविधियों से न केवल सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि समाज में महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने का काम भी होगा।

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